नये हफ्ते के पहले दिन आज तेल-गैस सूचकांक तो मजबूत रहा, मगर खास कर तेल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) के शेयर दबाव में रहे।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को केंद्र सरकार ने एक तरफ तो पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) बढ़ाने का फैसला किया था, साथ ही इनके खुदरा दाम भी घटाये गये थे। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक उत्पाद शुल्क गैर-ब्रांडेड पे्टरोल पर 8.95 रुपये, ब्रांडेड पेट्रोल पर 10.10 रुपये, गैर-ब्रांडेड डीजल पर 7.96 रुपये और ब्रांडेड डीजल पर 10.25 रुपये कर दिया गया है।
नवंबर 2014 से अब तक पेट्रोल और डीजल पर चौथी बार उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की गयी है। इन चारों मौकों को मिला कर पेट्रोल पर 7.75 रुपये और डीजल पर 6.50 रुपये उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया है।
वहीं पेट्रोल की कीमतें अगस्त 2014 से अब तक नौ बार घटायी जा चुकी हैं। इसी तरह डीजल की कीमतें भी अक्टूबर 2014 से अब तक पाँच बार घटी हैं। इस शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 2.42 रुपये और डीजल की कीमत 2.25 रुपये प्रति लीटर घटायी गयीं। इससे पहले 16 दिसंबर को दोनों की कीमतें 2-2 रुपये प्रति लीटर घटायी गयी थीं।
सोमवार को बीएसई में हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) के शेयर में 2.16% की गिरावट आयी और यह 559.80 रुपये पर बंद हुआ। वहीं भारत पेट्रोलियम (BPCL) 1.77% गिरावट के साथ 645.45 रुपये पर आ गया। इंडियन ऑयल में 0.19% की हल्की गिरावट आयी और यह अंत में 336.75 रुपये पर रहा।
हालाँकि गेल (3.73%), रिलायंस (1.25%), कैर्न (0.91%), ऑयल इंडिया (0.65%) और ओएनजीसी (0.42%) मजबूत रहे, जिसके चलते तेल-गैस सूचकांक में 0.81% की तेजी रही। (शेयर मंथन, 19 जनवरी 2015)
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