भारतीय शेयर बाजार के लिए इस हफ्ते की शुरुआत भी बड़ी गिरावट के साथ हुई और केवल गुरुवार को थोड़ा सँभलने के बाद शुक्रवार को फिर से यह बुरी तरह टूटा।
बाजार में चौतरफा बिकवाली नजर आयी, जिससे सभी क्षेत्रों के सूचकांक लाल निशान में रहे। सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयर लाल निशान में रहे। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 427 अंक या 1.48% की गिरावट के साथ 28,503 पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) 128 अंक या 1.46% फिसल कर 8,648 पर आ गया।
हालाँकि शुक्रवार की सुबह अंतरराष्ट्रीय संकेत बेहतर होने के कारण सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में ही खुले थे, मगर सुबह के ऊपरी स्तरों पर ये टिक नहीं सके। पहले घंटे में ही ये लाल निशान में आ गये और उसके बाद पूरे दिन लगातार फिसलते चले गये।
छोटे-मँझोले सूचकांकों का भी हाल कुछ अलग नहीं रहा। बीएसई मिडकैप में 1.37% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.54% की गिरावट आयी। इसी तरह एनएसई के सीएनएक्स मिडकैप में 1.34% और सीएनएक्स स्मॉलकैप में 1.79% की कमजोरी आयी।
क्षेत्रीय सूचकांकों में सबसे ज्यादा 2.57% की गिरावट कैपिटल गुड्स में रही। साथ ही एफएमसीजी सूचकांक (-1.94%), बैंकिंग (-1.93%), बिजली (-1.81%), ऑटो (-1.63%), धातु या मेटल (-1.28%), तेल-गैस (-1.24%) और आईटी (-1.01%) में भी ज्यादा कमजोरी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में कैपिटल गुड्स के दिग्गजों, बीएचईएल (-3.14%) और एलऐंडटी (-3.11%) में सबसे ज्यादा गिरावट आयी। साथ ही बजाज ऑटो (-2.64%), विप्रो (-2.64%), ऐक्सिस बैंक (-2.51%) और हिंडाल्को (-2.43%) भी बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर केवल भारती एयरटेल (0.72%) और ओएनजीसी (0.56%) की बढ़त दर्ज कर सके। (शेयर मंथन, 13 मार्च 2015)
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