भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को सुबह सपाट शुरुआत करने के बाद सत्र के ज्यादातर हिस्से में बेहद हल्की बढ़त के साथ चलता रहा।
दोपहर बाद थोड़ी देर के लिए इसने तेजी दिखानी शुरू की, मगर आखिरी घंटे में अपनी बढ़त गँवा कर यह लाल निशान में आ गया। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 30 अंक या केवल 0.11% की गिरावट के साथ 28,162 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) भी 8628 के ऊपरी स्तर तक चढ़ने के बाद फिसल गया। यह आखिरी मिनटों में 8536 की तलहटी छूने के बाद इसके पास ही केवल 8 अंक या 0.09% की हल्की गिरावट के साथ 8,543 पर बंद हुआ।
हालाँकि बाजार के लिए सकारात्मक पहलू यह है कि हाल के उच्चतम स्तरों से 6% से ज्यादा गिरावट आने के बाद भी विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने अब तक बिकवाली का रास्ता नहीं चुना है। एक्सचेंजों पर उपलब्ध आँकड़ों के मुताबिक मंगलवार को एफआईआई ने 738 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 632 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।
क्षेत्रों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा तेजी दवा (फार्मा) शेयरों में नजर आयी। बीएसई फार्मा 1.84% चढ़ा, जबकि कंज्यूमर ड्यूरेबल में 0.69% और तेल-गैस में 0.68% की मजबूती आयी। दूसरी ओर ऑटो में 1.17%, बैंक में 0.61%, आईटी में 0.50% और एफएमसीजी में 0.3% की गिरावट आयी।
सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में भारती एयरटेल 2.9% उछला। डॉ. रेड्डीज में 1.7% और एनटीपीसी में 1.6% की तेजी दर्ज हुई। वहीं टाटा मोटर्स में 3.3%, हिंडाल्को में 1.9%, हिंदुस्तान यूनिलीवर में 1.6%, एसबीआई में 1.6%, टाटा स्टील में 1.2% और हीरो मोटो में 1.14% गिरावट आयी। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2015)
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