भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार की सुबह तेजी के साथ शुरुआत की, लेकिन यह तेजी ज्यादा देर तक टिकी न रह सकी। शुरुआती घंटे के बाद ही सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) लाल निशान में आ गये और उसके बाद लगातार गिरावट बढ़ती गयी। बीएसई (BSE) में सेंसेक्स 470 अंक या 1.75% की गिरावट के साथ 26,370 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई (NSE) का निफ्टी दिसंबर 2014 के बाद से पहली बार 8000 के नीचे बंद हुआ। यह 159 अंक या 1.96% की गिरावट के साथ 7,965 के निचले स्तर पर आ गया। आज सुबह सेंसेक्स 26,960 पर और निफ्टी 8,157 के स्तर पर खुले। इसके कुछ ही समय बाद सेंसेक्स ने 27,000 का स्तर पार किया। लेकिन बाद में लगातार ही बाजार लाल निशान में टिका रहा और पूरे सत्र में मंदी दिखाई दी। बाजार बंद होने से लगभग एक घंटे पहले निफ्टी 8,000 से नीचे आ गया।
छोटे-मँझोले सूचकांकों में भी तीखी गिरावट दर्ज हुई। बीएसई मिडकैप में 1.78% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.55% की कमजोरी आयी। साथ ही एनएसई में सीएनएक्स मिडकैप 1.69% नीचे रहा और सीएनएक्स स्मॉलकैप भी 1.74% के नुकसान के साथ बंद हुआ।
सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में ही रहे। जहाँ ऑटो (2.37%), बैंकिंग (2.37%), पावर (2.31%), बीएसई कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (2.03%), बीएसई रियल्टी (1.96) और कैपिटल गुड्स में (1.80%) की गिरावट दर्ज हुई। वहीं बीएसई आईटी (1.47%), तेल-गैस सूचकांक (1.42%), टीईसीके (1.30%), हेल्थकेयर (1.28%), धातु सूचकांक (1.23%) और एफएमसीजी सूचकांक (0.96%) में भी गिरावट देखने को मिली। (शेयर मंथन, 11 जून 2015)
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