भारतीय शेयर बाजार आज गिरावट के साथ बंद हुआ। ग्रीस और उसके कर्जदाताओं के बीच सुलह की कोशिश फिर विफल रहने के कारण इक्विटी निवेशकों ने जोखिम कम करना शुरू कर दिया जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी।
इस वैश्विक दबाव के असर से और हफ्ते का का आखिरी कारोबारी दिन होने से बिकवाली का दौर चला, जिससे सेंसेक्स में लगातार गिरावट दर्ज होती गयी। हालाँकि आईटी कंपनी एक्सेंचर की सालाना आय में बढ़ोतरी के अनुमानों से सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) शेयरों में लिवाली शुरू हो गयी और अंत में सेंसेक्स निचले स्तरों से सँभल कर 84 अंक या 0.30% की हल्की गिरावट के साथ 27,812 पर बंद हुआ। निफ्टी 17 अंक या 0.20% की बढ़त के साथ 8,381 के स्तर बंद हुआ। बीएसई (BSE) में सेंसेक्स (Sensex) 27,881 पर और एनएसई (NSE) में निफ्टी (Nifty) 8,394 के स्तर पर खुले। सेंसेक्स ने आज 27,921 और निफ्टी ने 8,409 के ऊपरी स्तर को छुआ।
छोटे-मँझोले शेयरों में मिला जुला का रुख देखने को मिला। जहाँ बीएसई मिडकैप में 0.03% की गिरावट दर्ज हुई, वहीं बीएसई स्मॉलकैप 0.14% चढ़ा। एनएसई के सीएनएक्स मिडकैप में भी 0.09% की तेजी दर्ज हुई और सीएनएक्स स्मॉलकैप 0.37% ऊपर चढ़ा ।
क्षेत्रवार देखें तो बीएसई में मिला जुला रुख देखने को मिला। कंज्यूमर ड्यूरेबल (1.60%), आईटी (1.36%), रियल्टी (0.94%), टीईसीके (0.73%), ऑटो (0.42%) और हेल्थकेयर (0.19)% में बढ़त दर्ज हुई। वहीं कैपिटल गुड्स (-1.11%), मेटल (-0.91%), तेल-गैस (-0.94%), बैकिंग (-0.74%), पावर (-0.60%) और एफएमसीजी (-0.26%) लाल निशान में बंद हुए। (शेयर मंथन, 26 जून 2015)
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