
डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने और स्टॉक में गिरावट आने के कारण जीरे की बाजार धारणा को समर्थन मिलता दिख रहा है।
इसके अलावा आगामी त्यौहारी सीजन में जीरे की घरेलू माँग और निर्यात माँग में तेजी देखने को मिल सकती है। जिस कारण मध्यम अवधि के दौरान जीरे की कीमतों को समर्थन मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है। जीरे के लिए रेलिगेयर का अनुमान है कि जीरे के निर्यात में सुधार आने की संभावना को देखते हुए बाजार धारणा को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
एनसीडीईएक्स में अक्टूबर वायदा के लिए इसका कल का बंद भाव 16,705 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 16,575 और फिर 16,480 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 16,780 रुपये और 16,940 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 8 सितंबर 2015)
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