
अक्टूबर-दिसंबर 2013 में आंध्र बैंक (Andhra Bank) का मुनाफा साल-दर-साल 82.27% घट कर 45.57 करोड़ रुपये रह गया है।
पिछले साल की समान अवधि में इसने 257.09 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया था। हालाँकि इस दौरान बैंक की आमदनी बढ़ी है और यह 3,467.57 करोड़ रुपये से बढ़ कर 3,900.54 करोड़ रुपये हो गयी है।
लेकिन इस अवधि में आंध्र बैंक के कामकाजी व्यय में भी वृद्धि हुई है और यह 497.45 करोड़ रुपये से बढ़ कर 649.58 करोड़ रुपये हो गयी है। इसके अतिरिक्त बैंक को प्रावधान (Provisioning) के मद में भी बढ़ोतरी करनी पड़ी है। अक्टूबर-दिसंबर 2012 के 285 करोड़ रुपये के मुकाबले अक्टूबर-दिसंबर 2013 में आंध्र बैंक ने 428 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
डूबे कर्ज के मोर्चे पर बैंक की चिंता बढ़ी है। इसका सकल एनपीए (Gross NPA) पिछले साल की समान तिमाही के 3.66% के मुकाबले बढ़ कर 5.56% हो गया है। जबकि शुद्ध एनपीए (Net NPA) 2.29% से बढ़ कर 3.65% हो गया है।
खबर आने के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) में बैंक के शेयर में गिरावट आ गयी और यह फिसल कर 54 रुपये तक चला गया। हालाँकि अभी यह दिन के निचले स्तरों से थोड़ा सँभला है और दोपहर 02.07 बजे यह 1.8% की कमजोरी के साथ 54.40 रुपये पर है।
आज बीएसई में आंध्र बैंक के शेयर में कामकाज औसत से अधिक होता दिख रहा है। दो हफ्तों की औसत मात्रा 2.02 लाख के मुकाबले अभी तक बैंक के 3.70 लाख शेयरों में कामकाज हो चुका है। (शेयर मंथन, 07 फरवरी 2014)
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