
सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज (Sun Pharmaceutical Industries) ने सुलह समझौता किया है।
सन फार्मा की सब्सीडियरी ने नोवार्टिस फार्मा (Novartis Pharma) के साथ यह समझौता किया है। समझौते के तहत नोवार्टिस ने अमेरिकी अदालत में सन फार्मा द्वारा ग्लीवेक दवा के एएनडीए आवेदन के खिलाफ दायर की गयी याचिका वापस लेने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि ग्लीवेक की गोलियों का इस्तेमाल क्रोनिक ल्यूकेमिया के इलाज में किया जाता है।
सुलह समझौते बाद सन फार्मा की सब्सीडियरी ग्लीवेक की दवा को 1 फरवरी 2016 में बाजार में उतार सकती है।
आईएमएस (IMS) के मुताबिक अमेरिका में ग्लीवेक की सालाना बिक्री लगभग 2 अरब डॉलर की है। एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) की वीपी रिसर्च सरबजीत कौर नांगरा ने इस समझौते पर शेयर मंथन से बातीचत में कहा कि इस समझौते से अमेरिकी बाजार में सन फार्मा की ओर से इस दवा को उतारे जाने के बारे में स्पष्टता आ गयी है। इसका पूरा असर कंपनी के 2016-17 के कारोबारी नतीजों में दिखेगा। नांगरा का कहना है कि एक संकोची आकलन के मुताबिक यह दवा छह महीने की एक्सक्लूसिविटी अवधि में कंपनी की बिक्री में लगभग 25 करोड़ डॉलर और मुनाफे में 7.5 करोड़ डॉलर का योगदान कर सकती है।
शेयर बाजार में सन फार्मा के शेयर भाव में तेजी बनी हुई है। बीएसई में सुबह 11:18 बजे यह 2.71% की बढ़त के साथ 627.85 रुपये पर है। (शेयर मंथन, 15 मई 2014)
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