
शेयर बाजार के नियामक सेबी (SEBI) की ओर से वलेचा इंजीनियरिंग (Valecha Engineering) के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के मद्देनजर आज गुरुवार को इस कंपनी का शेयर एक बार फिर बुरी तरह टूटा। बुधवार को भी इसने भारी गिरावट दर्ज की थी।
दरअसल 05 जनवरी को सेबी ने वलेचा इंजीनियरिंग और इसके प्रमोटरों पर तीन साल के लिए पूँजी बाजार से प्रतिबंधित करने का आदेश जारी किया था। इस आदेश के बाद कल बुधवार को यह पिछले बंद स्तर 53.55 रुपये से गिर कर 48.10 रुपये पर बंद हुआ था। आज गुरुवार को यह फिर से 5.00 रुपये या 10.40% की गिरावट के साथ 43.10 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह केवल दो सत्रों में यह शेयर 19.5% टूट चुका है।
सेबी ने कंपनी की ओर से अक्टूबर 2015 में कन्वर्टिबल वारंटों के तरजीही (प्रेफरेंशियल) आवंटन) में गड़बड़ी पाये जाने के कारण खुद कंपनी पर और इसके प्रमोटरों पर तीन साल की यह रोक लगायी है। इस प्रतिबंध के तहत इन्हें किसी भी तरीके से पूँजी बाजार में उतरने या प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री करने से रोक दिया गया है। कंपनी ने साल 2005 में प्रमोटरों और कुछ अन्य निकायों को 14 लाख वारंट जारी किये थे, जिन्हें भविष्य में इक्विटी शेयरों में बदला जा सकता था। आवंटियों ने पूरा भुगतान नहीं किया था, मगर कंपनी ने राशि प्राप्त किये बिना उन्हें वारंट जारी कर दिये थे।
सेबी ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि वलेचा इंजीनियरिंग के जो शेयर 19 अक्टूबर 2005 को तरजीही आवंटन के तहत जारी हुए थे आवंटियों के डीमैट खाते में पड़े हैं, वे अवरुद्ध (फ्रीज) रहेंगे। इस कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 36.79% है, जबकि संस्थागत निवेशकों के पास इसके 20.75% शेयर हैं। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी 42.47% है। इस बीच कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसका प्रबंधन सेबी के आदेश के संदर्भ में कानूनी सलाहकारों से परामर्श करेगा और उसके बाद भविष्य के अपने कदम के बारे में फैसला करेगा। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2016)
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