भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के आज के तिमाही नतीजों को शेयर बाजार ने खूब पसंद किया। पूरे सत्र में इन्फोसिस के शेयर में जोरदार खरीदारी बनी रही।
हालाँकि आज सुबह बाजार खुलते ही इन्फोसिस कुछ दबाव में दिखा था, मगर अक्टूबर-दिसंबर 2015 की तिमाही के नतीजे सामने आने के साथ ही इसमें जोरदार उछाल आ गयी। सामान्यतः कंपनी अपने कारोबारी नतीजे बाजार खुलने से कुछ पहले ही घोषित कर दिया करती थी, मगर आज बाजार खुलने के कुछ देर बाद ये नतीजे घोषित हुए। नतीजे पेश होते ही लगभग 1060 रुपये के स्तर से उछल कर यह करीब 1140 रुपये तक चला गया। इसके बाद भी लगातार इसमें मजबूती बनी रही और यह 1155 रुपये के ऊँचे स्तर तक चढ़ा, जहाँ यह पिछले सत्र से 6.7% की उछाल दिखा रहा था। अंत में यह 46.35 रुपये या 4.28% की तेजी के साथ 1128.70 रुपये पर बंद हुआ।
अपनी आरंभिक प्रतिक्रिया में आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इन्फोसिस के 2015-16 की तीसरी तिमाही के इन नतीजों को मजबूत बताते हुए कहा है कि इसकी डॉलर आय में वृद्धि और एबिट मार्जिन का स्तर अनुमानों से आगे रहे। कंपनी की डॉलर तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 0.6% और साल-दर-साल (YoY) 8.5% बढ़ कर 240.7 करोड़ डॉलर की रही। अगर नियत विनिमय दर (constant currency) के आधार पर देखें तो आय में तिमाही-दर-तिमाही 1.1% और साल-दर-साल 12.5% की बढ़त दर्ज हुई। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक इसने डॉलर आय में 0.5% की गिरावट आने का अनुमान लगाया था, जिसकी तुलना में वास्तविक परिणाम बेहतर रहा।
वहीं रुपये में दर्शाये गये आँकड़ों के आधार पर इसकी तिमाही आमदनी 15,902 करोड़ रुपये की रही। इसमें तिमाही-दर-तिमाही 1.7% और साल-दर-साल 15.3% की वृद्धि दर्ज की गयी। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने रुपये में इसकी आय में तिमाही-दर-तिमाही 0.3% वृद्धि का अनुमान लगाया था।
डॉलर में कंपनी का तिमाही मुनाफा ठीक पिछली तिमाही से (QoQ) 0.9% और साल-दर-साल (YoY) 0.4% बढ़ कर 52.4 करोड़ डॉलर का रहा। रुपये में इसका तिमाही मुनाफा जुलाई-सितंबर 2015 की तुलना में 2.0% और अक्टूबर-दिसंबर 2014 की तुलना में 6.6% बढ़ कर 3,465 करोड़ रुपये रहा।
इन्फोसिस के तिमाही एबिट मार्जिन में ठीक पिछली तिमाही से 0.60% अंक की गिरावट आयी है। यह मार्जिन इस बार 24.9% रहा, जो आईसीआईसीआई डायरेक्ट के अनुमानों के मुताबिक ही है। ब्रोकिंग फर्म ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि कीमतों में नरमी और क्षमता इस्तेमाल में कुछ कमी रही, जिसकी भरपाई कामकाजी दक्षता के साथ-साथ रुपये में आयी कमजोरी की वजह से हो सकी।
बाजार को उत्साहित करने वाली एक खास बात यह रही कि इन्फोसिस ने कारोबारी साल 2015-16 के लिए अपनी आमदनी में वृद्धि के अनुमानों को पहले बढ़ा दिया है। इसने 2015-16 में नियत विनिमय दर (कॉन्स्टैंट करंसी) के आधार पर आमदनी में वृद्धि के 10-12% के पिछले अनुमान को बढ़ाते हुए अब 12.8-13.2% कर दिया है। सालाना आमदनी में वृद्धि का डॉलर में अनुमान 6.4-8.4% से बढ़ा कर 8.9-9.3% कर दिया गया है, जबकि रुपये में अनुमान 13.1-15.1% से बढ़ा कर 16.2-16.6% कर दिया गया है। (शेयर मंथन, 14 जनवरी 2016)
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