साल दर साल आधार पर वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में इंटरग्लोब एविएशन (Interglobe Aviation) या इंडिगो के मुनाफे में 73.3% की भारी गिरावट आयी है।
पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 440.30 करोड़ रुपये से घट कर कंपनी का मुनाफा 117.64 करोड़ रुपये रुपये रह गया। इंडिगो के मुनाफे में गिरावट के दो मुख्य कारण माने जा रहे हैं, जिनमें ईंधन की कीमतों में वृद्धि और विदेशी मुद्रा प्रभाव शामिल है। कंपनी की ईंधन लागत 1,750.51 करोड़ रुपये से 33.5% की बढ़ोतरी के साथ 2,337.70 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। हालाँकि इस दौरान इंडिगो की शुद्ध आमदनी भी 4,848.21 करोड़ रुपये के मुकाबले 19.6% की वृद्धि के साथ 5,799.11 करोड़ रुपये, मगर एबिटार, एयरलाइन की लाभकारिता मापने का महत्वपूर्ण तरीका, 16% घटा। इसके अलावा कंपनी का प्रति इकाई आधार पर लाभ मार्जिन (आरएएसके-सीएएसके) 2017 की जनवरी-मार्च तिमाही में प्रति एएसकेएम 0.44 रुपये के मुकाबले केवल 0.10 रुपये रहा।
गौरतलब है कि आरएएसके प्रति एएसकेएम आमदनी और इकाई आमदनी का माप है, जबकि सीएएसके प्रति एएसकेएम की लागत और एयरलाइनों के लिए इकाई लागत का आकलन है।
उधर बीएसई में इंडिगो का शेयर 1,348.25 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 1,289.00 रुपये पर खुल कर 1,11.30 रुपये तक गिरा। करीब पौने 1 बजे कंपनी के शेयरों में 164.55 रुपये या 12.20% की कमजोरी के साथ 1,183.70 रुपये पर लेन-देन हो रही है। (शेयर मंथन, 03 मई 2018)
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