केमिकल सेक्टर की नामी कंपनी हिमाद्री स्पेश्यालिटी केमिकल ने बुधवार यानी 6 दिसंबर को ऐलान किया कि वह लीथियम आयन बैटरी के कंपोनेंट इंडस्ट्री में उतरेगी। कंपनी इसके लिए एक नई इकाई लगाएगी।
कंपनी इस इकाई पर 4800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। हालाकि कंपनी यह रकम 5-6 साल के दौरान करेगी। इस इकाई की सालाना उत्पादन क्षमता 2 लाख मीट्रिक टन सालाना होगी। यह क्षमता कंपनी के तौर पर सीधे या इसकी सब्सिडियरीज के जरिए किया जाएगा। कंपनी के मुताबिक निवेश के जरूरी रकम ज्यादातर आंतरिक स्रोत से जुटाई जाएगी। बाकी की रकम कंपनी कर्ज के जरिए जुटाएगी।
कंपनी का मानना है कि इस इकाई के शुरू होने से लीथियम आयन बैटरी के लिए कच्चे माल का स्वदेशीकरण होगा। इससे भारत के अलावा वैश्विक स्तर पर बिजली से चलने वाली गाड़ियों के लिए कच्चा माल मुहैया कराया जा सकेगा। साथ ही इससे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होने के अलावा प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी हो सकेगा। वहीं कंपनी ने एक्सचेंज के जरिए एचसीईएल (HCEL) यानी हिमाद्री क्लीन एनर्जी लिमिटेड का 100 फीसदी अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इसके बाद एचसीईएल कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी बन जाएगी। इसके बाद एसचीईएल ने हिमाद्री फ्यूचर मटीरीयल टेक्नोलॉजी लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सा खरीद का प्रस्ताव रखा है। बोर्ड की 5 नवंबर को हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार करने के बाद मंजूरी दे दी गई। कंपनी कैथोड एक्टिव मटीरियल के लिए इकाई लगाएगी। यह अधिग्रहण 60 दिनों के भीतर होने की उम्मीद है।
कंपनी का शेयर 3.35% चढ़ कर 300.55 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 6 दिसंबर 2023)
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