सरकारी हाइड्रो पावर का उत्पादन करने वाली कंपनी एसजेवीएन (SJVN) यानी सतलज जल विद्युत निगम ने चार ज्वाइंट वेचर कंपनी यानी संयुक्त उपक्रम का गठन किया है।
कंपनी ने यह संयुक्त उपक्रम का गठन भारत और नेपाल में किया है। आपको बता दें कि एसजेवीएन तीन संयुक्त उपक्रम में लीड साझीदार के तौर पर रहेगी। वहीं कंपनी की सब्सिडियरी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी चौथे संयुक्त उपक्रम का लीड साझीदार होगा। आपको बता दें कि एसजेवीएन को विनिवेश विभाग DIPAM यानी (Department of Investment & Public Asset Management), वित्त मंत्रालय और भारत सरकार से कंपनी की ओर से चार संयुक्त उपक्रम के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। संयुक्त उपक्रम के भारत और नेपाल में गठन के मंजूरी की जानकारी कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए दी है। इस संयुक्त उपक्रम का गठन भारत और नेपाल में हाइड्रो और रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए किया गया है।
एसजेवीएन महाराष्ट्र स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी के साथ जेवी (JV) का गठन करेगी। इस जेवी के जरिए 5000 मेगा वाट के रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को पूरा किया जाएगा। वहीं दूसरा जेवी अरुणाचल प्रदेश सरकार के साथ नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के साथ किया जाएगा। इस जेवी के जरिए अरुणाचल प्रदेश में 1878 मेगा वाट के ओजु (OJU) हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का काम पूरा किया जाएगा। तीसरे जेवी में नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी और जीएमआर (GMR) एनर्जी लिमिटेड के साथ किया जाएगा। इस जेवी के जरिए नेपाल में 900 मेगा वाट अपर करनाली हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा। इस जेवी में एसजेवीएन और जीएमआर की हिस्सेदारी बराबर की होगी। वहीं एसजेवीएन चौथे जेवी के तहत असम पावर डेवलपमेंट कंपनी के साथ करार करेगी। इसके तहत असम में 1000 मेगा वाट रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा। कंपनी के सभी प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो जिसमें हाइड्रो, सोलर, विंड थर्मल और पावर कारोबार को मिलाकर कुल क्षमता 56,000 मेगा वाट की है। कंपनी का प्रोजेक्ट भारत और नेपाल में स्थित है। कंपनी का शेयर 0.43% चढ़ कर 93.30 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 02 जनवरी 2024)
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