रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को एक बार फिर झटका लगा है।
सरकार ने कारोबारी साल 2013-14 में केजी बेसिन से गैस उत्पादन लक्ष्य से कम रहने के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज पर 58 करोड़ डॉलर (लगभग 3,474 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। रिलायस पर लगा यह चौथा जुर्माना है।
गौरतलब है कि साल 2010 से लेकर अब तक इन चार कारोबारी साल में लक्ष्य से कम उत्पादन होने की वजह से आरआईएल पर लगा जुर्माना बढ़ कर 2.37 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।
पिछले साल रिलायंस ने बंगाल की खाड़ी स्थित केजी-डी6 गैस क्षेत्र से रोजाना की दर से 8 करोड़ क्यूबिक मीटर गैस उत्पादन की सुविधाएँ तैयार की थी, लेकिन गैस का उत्पादन इससे काफी कम रहा।
समझौते के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी सहयोगी कंपनियों बीपी (BP) और निको रिसोर्सिेज (Niko Resources) को अपनी पूँजी और परिचालन खर्च (ऑपरेटिंग एक्सपेंसेज) की भरपाई करने के बाद सरकार के साथ मुनाफा साझा करना होता है, लेकिन केजी-डी6 ब्लॉक से लक्ष्य से कम प्राकृतिक गैस के उत्पादन के कारण ऐसा नहीं पाया।
शेयर बाजार में कंपनी के शेयर भाव में मजबूती का रुख है। बीएसई में दोपहर 1:40 बजे यह 0.70% की बढ़त के साथ 968.60 रुपये पर है। (शेयर मंथन, 15 जुलाई 2014)
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