जीरे में बढ़त के बाद बिकवाली का दबाव रहने की संभावना - एसएमसी
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों के 8,200-8,500 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। अधिक आयात की संभावनाओं के बीच कीमतों में नरमी का रुझान है।
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों के 8,200-8,500 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। अधिक आयात की संभावनाओं के बीच कीमतों में नरमी का रुझान है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में लगातार तीसरे सप्ताह वृद्धि की उम्मीद है और कीमतें 22,500-22,700 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। अगले पफसल वर्ष (जुलाई 2021-जून 2022) में कपास के उत्पादन क्षेत्र की संभावनाओं पर अपने दृष्टिकोण को लेकर कपास उद्योग विभाजित है।
घरेलू बाजारों में कम आवक और प्रमुख आयात करने वाले देशों से सोयामील की माँग के कारण राष्ट्रीय एक्सचेंज में सोयाबीन वायदा की कीमतों में एक तरफा तेजी देखी जा रही है और अब मई वायदा की कीमतों के 6,600-6,700 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की उम्मीद है।
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों के 7,800-8,800 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अधिक आयात की संभावनाओं के बीच कीमतों में नरमी का रुझान है।
कॉटन वायदा (अप्रैल) की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद है और कीमतें 22,100-22,200 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।