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फिननिफ्टी (FinNifty) की तीखी गिरावट ने पुट बेचने वालों के कपड़े उतारे

आज ऑप्शन बाजार में खेला हो गया! निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज (फिननिफ्टी) के 19,800 और 20,100 के ऑप्शन प्रीमियम भावों में एकदम से ऐसी उठापटक मची कि सबके होश उड़ गये। डेरिवेटिव ट्रेडरों के हाथों के तोते उड़ गये।

आज फिननिफ्टी की एक्सपायरी का दिन था। वैसे इसकी एक्सपायरी मंगलवार को होती है, पर इस बार मंगलवार को दशहरे की छुट्टी के चलते सोमवार को ही एक्सपायरी थी। आज सुबह से फिननिफ्टी मोटे तौर पर ऊपर 19,620 से लेकर नीचे 19,575 के बीच थोड़े निचले रुझान के साथ चल रहा था। मगर दोपहर 2:48 बजे से जो फिननिफ्टी 19,575 पर था, वह केवल अगले 14 मिनटों के भीतर लुढ़क कर 19,365 पर आ गया।
इस अचानक गिरावट का असर एकदम से फिननिफ्टी के 19,400 पुट के प्रीमियम भाव पर दिखा। दोपहर 2:48 से पहले यह आउट ऑफ द मनी (ओटीएम) पुट था और इसका प्रीमियम केवल 20-25 पैसे के आस-पास चल रहा था। फिननिफ्टी ने जब 2:48 बजे लुढ़कना शुरू किया तो पहले 5-7 मिनट तक इस ओटीएम पुट के भाव नहीं बदले। लेकिन 2:55 से 2:56 बजे के बीच एक ही मिनट में यह प्रीमियम 20 पैसे से 30 पैसे हो गया। प्रतिशत में देखें तो केवल एक मिनट में यह 50% की उछाल थी।
पर कहानी तो अभी शुरू हुई थी। फिननिफ्टी 19,400 पुट का भाव 2:57 पर 35 पैसे हुआ और 2:58 पर एकदम से 3.55 रुपये हो गया, मतलब एक मिनट के अंदर दस गुना। देखते-देखते अगले कुछ मिनटों में 3:03 मिनट पर इस पुट का भाव 60.55 रुपये तक चला गया। अगर 2:52 बजे के 20 पैसे वाले भाव से तुलना करें तो महज 11 मिनट में यह पुट 303 गुना भाव पर चला गया।
कई बार ऑप्शन कारोबारी एक्सपायरी के दिन आउट ऑफ द मनी यानी दूर वाले स्तरों के कॉल या पुट बेच कर मुफ्त की कमाई करने की सोचते हैं। उन्हें लगता है कि ये स्तर इतनी दूर हैं कि एक्सपायरी तक वह सूचकांक (इंडेक्स) वहाँ तक जायेगा ही नहीं। ऐसे में उन्हें बेचे हुए ऑप्शन वापस खरीदने की नौबत ही नहीं आयेगी और उसे बेचने से जो पैसे मिले हैं, वे उनके पास ही रह जायेंगे। पर आज का उदाहरण बताता है कि बाजार में कभी भी अचानक बड़ी हलचल होने पर उन्हें कितना बड़ा घाटा उठाना पड़ सकता है।
इस तरह के बेहिसाब उतार-चढ़ाव ऑप्शन कारोबारियों के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर रहे हैं, क्योंकि सामान्य से अधिक उतार-चढ़ाव होने पर ऑप्शन खरीदने-बेचने की उनकी रणनीतियाँ (स्ट्रेटेजी) बेकार हो जाती है। ऐसी स्थिति में उनके सामने बहुत बड़े घाटे का जोखिम खड़ा हो जाता है, जिसकी कल्पना उन्होंने अपनी रणनीति बनाते समय नहीं की होती है।
हाल में इस तरह की घटनाएँ बार-बार हो रही हैं। एक हफ्ते पहले भी फिननिफ्टी में एक्सपायरी के एक दिन पहले सोमवार को ऐसा हुआ था। वहीं दो हफ्ते पहले 10 अक्तूबर को फिननिफ्टी और सेंसेक्स दोनों के ऑप्शन में ऐसा हुआ था। एक ही दिन में पुट ऑप्शन के प्रीमियम पिछले बंद स्तरों से 40-50 गुना तक बढ़ गये।
सोमवार, 16 अक्टूबर को भी फिननिफ्टी की एक्सपायरी के दिन इसके आउट ऑफ द मनी (ओटीएम) प्रीमियम भावों में सुबह 9:51 से 9:52 के बीच अचानक बेहिसाब उछाल देखने को मिली। गजब तो यह रहा कि उस दिन एक साथ पुट के ओटीएम प्रीमियम भी उछले और कॉल के ओटीएम प्रीमियम भी। पुट के प्रीमियम तब बढ़ते हैं, जब बाजार गिरने का अंदेशा होता है और कॉल प्रीमियम तब महँगे होते हैं जब बाजार के चढ़ने का रुझान बनता है। पर यहाँ दोनों तरह के प्रीमियम एक साथ अचानक उछले।
फिननिफ्टी के 19,800 कॉल ऑप्शन का प्रीमियम मंगलवार 16 अक्तूबर को सुबह 9:51 से 9:52 के बहुत छोटे अंतराल में ही 35 रुपये भाग गया, जबकि जानकारों के हिसाब से सामान्यतः सूचकांक में उस दौरान हुए बदलाव को देखते हुए प्रीमियम में लगभग आधी ही बढ़त होनी चाहिए थी।
इस तरह की घटनाओं से ऑप्शन कारोबारियों के स्टॉप लॉस कटने की घटनाएँ तो होती ही हैं, बहुत सारे लोगों के साथ ऐसा भी हो जा रहा है कि उतार-चढ़ाव बहुत तीखा होने के चलते उनका स्टॉप लॉस सक्रिय (ट्रिगर) ही नहीं हो पाता। ऐसे में जो ऑप्शन कारोबारी केवल स्टॉप लॉस के भरोसे रहते हैं और पूरी तरह हेजिंग नहीं की होती है, उनके लिए तो मुसीबत बहुत बड़ी हो जाती है, क्योंकि देखते-ही-देखते उनके सामने बहुत बड़ा घाटा खड़ा हो जाता है। (शेयर मंथन, 23 अक्टूबर 2023)

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