कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसऐंडपी (S&P) द्वारा भारत का क्रेडिट आउटलुक नकारात्मक से अपग्रेड कर स्थायी (स्टेबल) किये जाने से बाजार को बल मिला।
कारोबार के दौरान निफ्टी (Nifty) 7,900 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसला लेकिन अंत में यह इस स्तर से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 158 अंक यानी 0.60% की मजबूती के साथ 26,626 पर रहा। निफ्टी 57 अंक यानी 0.72% चढ़ कर 7,969 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.09% की मजबूती रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.63% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.76% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से धातु और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 7,900 के स्तर से नीचे खुला। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ी। निफ्टी एक बार फिर 7,900 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 26,220 और निफ्टी 7,842 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि जल्द ही बाजार की गिरावट कम होती चली गयी। इस बीच बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। निफ्टी 7,900 के स्तर के दायरे में कारोबार करता रहा। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। निफ्टी भी 7,900 के स्तर को पार कर गया। इस दौरान सेंसेक्स 26,721 और निफ्टी 7,993 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से धातु को सबसे ज्यादा 2.49% का फायदा हुआ। रियल्टी में 2.27%, बैंकिंग में 1.91%, कैपिटल गुड्स में 1.56%, हेल्थकेयर में 1.41%, तेल-गैस में 1.25% पावर में 1.22% और ऑटो में 0.85% की मजबूती रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.53% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.52% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.16% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 26 सितंबर 2014)
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