
राजीव रंजन झा : क्रिसमस की छुट्टी से ठीक पहले भारतीय शेयर ने जैसे अघोषित छुट्टी मना ली, क्योंकि सोमवार को दिन भर इसके प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी एकदम हिले ही नहीं।
निफ्टी का पूरे दिन का दायरा 5872 के ऊपरी स्तर से 5845 के निचले स्तर तक रहा, यानी 30 अंक से भी कम। सही मायने में देखा जाये तो निफ्टी ने सोमवार का ज्यादातर समय 5850-5860 के बीच ही गुजारा और अंत में इस 10 अंक की बेहद संकरी पट्टी के बीच ही 5856 पर रहा। इसलिए यह मान लीजिए कि सोमवार को जैसे बाजार चला ही नहीं। शुक्रवार के ऊपरी स्तर 5888 को पहली बाधा और निचले स्तर 5842 या मोटे तौर पर 5840 को पहला सहारा मान कर चलें।
संयोग से 5888 के पास ही 10 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज 5882 पर है। वहीं 20 एसएमए अभी 5865 पर है। निफ्टी ने हाल में 5548 से 5965 तक की जो उछाल भरी है, उसकी 23.6% वापसी भी 5867 पर है। मतलब यह कि सोमवार को अगर निफ्टी 5840 का पहला सहारा तोड़ने के बदले 5870 के ऊपर निकलने लगे तो इसे पहला सकारात्मक संकेत मानें और 5890 के ऊपर जाने पर छोटी अवधि का रुझान सकारात्मक होने की उम्मीद करें।
लेकिन इतना याद रखें कि इस समय तो निफ्टी 10 और 20 दिनों के एसएमए के नीचे आ गया है। अगर बुधवार को यह इन दोनों के ऊपर लौट गया, तब तो ठीक है, वरना कुछ और मुनाफावसूली का दबाव बनने की संभावना रहेगी। वैसी हालत में यह देखना होगा कि 5548-5965 की उछाल की 38.2% वापसी के स्तर 5806 पर सहारा मिल पाता है या नहीं। दरअसल 10 और 20 एसएमए के नीचे चलते रहने पर ज्यादा संभावना इस बात की होगी कि निफ्टी जून 2012 से चल रही रुझान पट्टी (ट्रेंड चैनल) की निचली रेखा को छूने की ओर बढ़े, जो अभी 5720 के पास है और 31 दिसंबर तक 5740 के पास होगी। चूँकि 50 एसएमए भी अभी 5745 पर है, इसलिए मोटे तौर पर 5720-5750 के आसपास एक मजबूत सहारा बनता दिख रहा है। बेशक, इस समर्थन क्षेत्र के टूटने पर ही ज्यादा चिंता करने की जरूरत होगी। अगर यह समर्थन क्षेत्र नहीं टूटता तो किसी मुनाफावसूली में दिखने वाले निचले स्तरों को खरीदारी के लिए इस्तेमाल करना ही बेहतर होगा। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 26 दिसंबर 2012)
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