
राजीव रंजन झा : शेयर बाजार ने चुनावी नतीजों के दिन 16 मई को जो नये उच्चतम स्तर बनाये, उन्हें एक बार फिर चुनौती मिलती दिख रही है। सेंसेक्स (Sensex) ने 16 मई को 25,376 का रिकॉर्ड ऊपरी स्तर बनाया था, जहाँ से यह मुनाफावसूली की गिरफ्त में आ गया था।
इसके बाद 26 मई को यह फिर से 25,000 के ऊपर 25,175 तक चढ़ा। अगर 25,376 और 25,175 को मिलाती रुझान रेखा खींचें, तो कल सेंसेक्स ने इस रेखा से मिल रही बाधा को पार कर लिया।
इसी तरह निफ्टी (Nifty) 16 मई के रिकॉर्ड स्तर 7,563 और 26 मई के ऊपरी स्तर 7,504 को मिलाती रुझान रेखा को कल काट दिया और इस रेखा के ऊपर ही 7,474 पर बंद हुआ। इससे लगता है कि बाजार एक नयी चाल पकड़ने की कोशिश में है, जिससे यह 16 मई को बने रिकॉर्ड स्तरों को चुनौती दे सके।
लेकिन 16 मई से अब तक की चाल के आधार पर एक यह संभावना भी दिखती है कि सेंसेक्स और निफ्टी 16 मई के ऊपरी स्तरों को पार करने के तुरंत बाद अटक जायें। हालाँकि 16 मई के रिकॉर्ड स्तरों को स्वयं में एक बड़ी बाधा मान कर यह सोचा जा सकता है कि बाधा पार होने के बाद बाजार में खुल कर बड़ी उछाल आयेगी। लेकिन संयोग से कुछ संरचनाएँ 16 मई के रिकॉर्ड स्तरों के ठीक ऊपर बाधा बना रही हैं, जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी लगता है।
सेंसेक्स के घंटेवार चार्ट पर एक ताजा तलहटी 24,164 पर बनी, जिसके बाद यह 24,922 तक चढ़ा और फिर 24,645 तक फिसला। अगर इस संरचना के विस्तार (प्रोजेक्शन) को देखें, तो 61.8% विस्तार 25,113 पर, 80% विस्तार 25,251 पर और 100% विस्तार 25,403 पर है। यानी इस संरचना के पूरी तरह विस्तार पाने पर 16 मई के रिकॉर्ड स्तर से थोड़ा ऊपर जाते ही बाधा मिलने की संभावना बन जाती है।
अगर 16 मई के निचले स्तर 23,874 से 26 मई के ऊपरी स्तर 25,175 और फिर 30 मई की तलहटी 24,164 के विस्तार को भी देखें तो 100% विस्तार का लक्ष्य 25,465 पर आता है, यानी 16 मई के शिखर से थोड़ा ऊपर ही बाधा बनती है। निफ्टी में भी ऐसी ही स्थिति दिख रही है और 7580-7590 के पास बाधा दिखती है।
इसलिए अगर बाजार की मौजूदा तेजी आगे बढ़े, तो 16 मई के ऊपरी स्तरों को छूने या उसके थोड़ा ऊपर जाने पर तुरंत अतिरिक्त उत्साह में न आ जायें। वहाँ इंतजार करके देखें कि सेंसेक्स 25,500 के ऊपर मजबूती से टिक पाता है या नहीं। इसी तरह निफ्टी के लिए यह देख लेना बेहतर होगा कि यह 7600 के ऊपर निकल कर ठीक से टिकता है या नहीं। अगर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इन शर्तों को पूरा करें, तभी 16 मई के उच्चतम स्तरों की बाधाएँ पक्के तौर पार होने की बात मानें। बेशक, वैसा होने पर बाजार में आगे फिर से एक बड़ी उछाल का रास्ता खुल जायेगा, जिसमें आने वाले महीनों में निफ्टी के लिए 8,100-8,300 और सेंसेक्स के लिए 27,000-28,000 तक के लक्ष्य बन जायेंगे। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 06 जून 2014)
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