हल्दी में नरमी का रुझान, जीरे में हो सकती है गिरावट - एसएमसी

हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 7,250-7,450 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

इरोद में कम बिक्री के बीच हल्दी की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। हाजिर बाजारों में मैसूर वेराइटी की हल्दी की आवक हो रही है। कारोबारी उत्तर भारत से ऑर्डर का इंतजार कर रहे हैं। फिंगर वेरायटी की कीमतों में 500 रुपये और रूट वेरायटी की कीमतों में 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,309-7,361 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेरायटी की कीमतें 5,669-6,811 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में हैं। जीरा वायदा (मार्च) की कीमतों में 16,300-16,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है। पिछले हफ्ते गुजरात के उंझा बाजार में जीरे की नयी फसल की आवक शुरु हो गयी है। फरवरी के अंत तक जीरे की आवक में तेजी आने की संभावना है और इसके बाद अधिक आवक के दौरान प्रतिदिन 25,000-30,000 बैग आवक होने की संभावना है। कारोबारियों के अनुसार 2017-18 (अक्टूबर-सितंबर) में देश में जीरे का कुल उत्पादन 30% बढ़ कर 6.5 मिलियन बैग होने का अनुमान है। पिछले सीजन में अधिक कीमतें मिलने के बाद किसानों द्वारा उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोतरी किये जाने से अधिक उत्पादन होने का अनुमान है। इलायची वायदा (फरवरी) की कीमतों के 1,130-1,145 के दायरे में स्थिर रहने की संभावना है। केरल और तमिलनाडु के बोली केन्द्रों पर छोटी इलायची केन्द्रों पर छोटी इलायची की कीमतों में स्थिरता है। बोली केन्द्रों पर अधिकतम कीमत 1,234 रुपये और औसत कीमतें 914.41 रुपये प्रति किलो हैं। (शेयर मंथन, 24 जनवरी 2018)