हल्दी, जीरे में सुस्ती, धनिये में हो सकती है गिरावट - एसएमसी

हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,700-7,000 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अच्छी आवक के बीच बेहतर माँग के कारण इरोद में हल्दी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। कारोबारी आवक होने वाली सभी हल्दी की खरीदारी अधिक कीमतों पर भी कर रहे हैं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,811-8,259 रुपये प्रति क्विंटल हैं और रूट वेरायटी की कीमतें 6,255-7,129 रुपये प्रति क्विंटल हैं। जीरा वायदा (अप्रैल) की कीमतें 14,200-14,550 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। गुजरात के उंझा, राजकोट और गोंदल में जीरे की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। उंझा और गोंदल में कीमतों में स्थिरता है। अधिक घरेलू और निर्यात माँग के कारण राजकोट में जीरे की कीमतों में 15 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है, जबकि माँग और आपूर्ति के लगभग बराबर होने के कारण ऊंझा जीरे की कीमतों में स्थिरता है। धनिया वायदा अप्रैल) की कीमतों में 5,000 रुपये तक गिरावट हो सकती हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के बाजारों में धनिया की कीमतों में नरमी का रुझान है। कमजोर घरेलू और निर्यात माँग के बीच नयी फसल की बढ़ती आवक के कारण गुना, रामगंज, बरान कोटा और गोंदल में धनिया की कीमतों में गिरावट हुई है। वर्तमान समय में, मसाला निर्माताओं के पास पर्याप्त स्टॉक के कारण उनकी ओर से माँग काफी कम है। वे स्टॉक कम होने के बाद ही खरीदारी करेंगें। दूसरी बंपर उत्पादन के कारण किसान अपने स्टॉक को बाजार में ला रहे हैं। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2018)