हल्दी और जीरे की कीमतों में स्थिरता रहने की संभावना - एसएमसी

निजामाबाद मंडी में 2,000 बैग की आवक के बीच हल्दी की सभी किस्मों में स्थिरता रही।

बसमतनगर मंडी में भी 2,000 बैग की आवक के बीच दोनों किस्मों की कीमतें स्थिर रही है। इस बीच वारंगल मंडी में 100 बैग की आवक हुई है और गाथा वेराइटी की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल और फिंगर वेराइटी की कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। इरोड मंडी में दोनों वेराइटी की हल्दी की कीमतों में स्थिरता रही है जबकि आवक 3,300 बैग हुई है। नांदेड़ मंडी में 800 बैग हल्दी की आवक हुई है।
जीरा वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 14,350-14,550 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। राजकोट में जीरा की हाजिर कीमतों में स्थिरता रही है। यूरोपीय क्वालिटी की जीरे की कीमतें 2,535-2,545 रुपये प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में है। सिंगापुर क्वालिटी की जीरे की कीमतें 2,445-2,495 रुपये प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में है। सुपर क्वालिटी की जीरे की कीमतें 2,545-2,595 रुपये प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में है।
धनिया वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 6,550-6,650 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। कमजोर माँग के बीच हाजिर धनिया की कीमतों में गिरावट जारी है। सुबह के सत्र में गुजरात में धनिया की कीमतें 20-50 रुपये की बढ़त दर्ज की गयी, लेकिन कारोबार के अंत कीमतें लुढ़क गयी। इस बीच, म.प्र., कर्नाटक, मुंबई और तमिलनाडु मंडियों में कमजोर कीमतों के साथ सुस्त कारोबार देखा गया। यहाँ तक कि स्थानीय मिलों की ओर से भी माँग गायब थी, क्योंकि ज्यादातर मंडियां दीपावली के कारण बंद हो जायेगी। (शेयर मंथन, 13 नवंबर 2020)