बारिश की कमी से 4 राज्य, 5 फसलें सर्वाधिक प्रभावित : क्रिसिल

क्रिसिल (CRISIL) ने अपने डिफिसिएंट रेनफाल इम्पैक्ट पैरामीटर (ड्रिप) का इस्तेमाल कर के 16 अगस्त, 2015 तक के बारिश के आँकड़ों का विश्लेषण किया है।

इससे पता चला है कि बारिश की कमी से चार राज्य – बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा पाँच फसलें – ज्वार, सोयाबीन, तुर, मक्का और कपास सर्वाधिक प्रभावित हुई हैं। देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में इन चार राज्यों का योगदान 34% है जबकि कुल अनाज और तिलहन उत्पादन में ज्वार, सोयाबीन, तुर और मक्के की हिस्सेदारी 26% है। विश्लेषण से पता चला है कि फसल पर प्रतिकूल असर के लिए सिंचाई और मानसून सबसे प्रमुख समस्याएँ हैं।
कुल मिला कर भारतीय कृषि क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। क्रिसिल की आज जारी रिपोर्ट एंग्स्टी फार्म्स में कृषि-जोखिम मैट्रिक्स का निर्धारण कर के भारतीय कृषि क्षेत्र की मुख्य समस्याओँ को देखा गया है। इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि कौन राज्य कितनी प्रतिकूल स्थिति का सामना कर रहा है। (शेयर मंथन, 19 अगस्त, 2015)