सन फार्मा (Sun Pharma) की मुहांसे की दवा को यूएसएफडीए (USFDA) की मंजूरी

दवा बनाने वाली कंपनी सन फार्मा (Sun Pharma) की मुहांसे की नयी दवा जिमिनो के एक्सटेंडेड रिलीज कैप्सूल को अमेरिकी दवा नियामक यूएसएफडीए (USFDA) की मंजूरी मिल गयी है।

कंपनी ने कहा है कि अमेरिकी दवा नियामक की मंजूरी के बाद वह अमेरिकी बाजार में इस दवा के 45 एमजी, 90 एमजी और 135 एमजी के कैप्सूल बेच सकेगी। 12 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग मुहांसों के उपचार के लिए इस दवा का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह दवा इस साल की अंतिम तिमाही में अमेरिकी बाजारों में उपलब्ध हो जायेगी। जिमिनो के एक्सटेंडेड रिलीज कैप्सूल को यूएसएफडीए की मंजूरी मिल जाने से अमेरिका में सन फार्मा के डर्मेटोलॉजी पोर्टफोलिओ को मजबूती मिलेगी। 

सन फार्मा को मिली इस मंजूरी पर एंजेल ब्रोकिंग की वीपी रिसर्च सरबजीत कौर नांगरा ने कहा है कि मुहांसों की दवा के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है, जहाँ इस समस्या से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या लगभग 5 करोड़ आँकी गयी है। यह लगभग 3 अरब डॉलर का बाजार है, जिसमें 1.7 अरब डॉलर का बाजार खायी जाने वाली एंटीबायोटिक दवाओं का है, जबकि बाकी हिस्सा लोशन, क्रीम और लेप वगैरह का है।

यह बाजार काफी विभाजित है और बहुत सारी कंपनियाँ इसमें मौजूद हैं। इस क्षेत्र में अमेरिका में सबसे प्रमुख ब्रांड सोलोडाइन का है, जिसकी बिक्री 30-40 करोड़ डॉलर की है। नांगरा का कहना है कि सन फार्मा का यह उत्पाद एक अच्छी बिक्री दर्ज कर सकता है। लेकिन जेनेरिक दवाओं से प्रतिस्पर्धा के कारण नांगरा ने अनुमान लगाया है कि यह दवा कंपनी की सालाना बिक्री में 5-8 करोड़ डॉलर का योगदान कर सकती है। सन फार्मा के शेयर को लेकर एंजेल ब्रोकिंग का नजरिया अभी उदासीन है।

आज सुबह से बाजार में इस शेयर में मजबूती बनी हुई है। बीएसई में करीब 11.40 बजे सन फार्मा का शेयर 32.75 रुपये या 3.53% की मजबूती के साथ 960 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 20 अगस्त 2015)