मध्य दिसंबर के बाद आयेगा बाजार में निर्णायक मोड़

क्या जीएसटी विधेयक बदलाव का खेल साबित होगा और जड़ता को समाप्त कर पायेगा? प्रभुदास लीलाधर सिक्योरिटीज ने गुरुवार को जारी 'इंडिया स्ट्रेटजी ऐंड टॉप आइडियाज' नामक रिपोर्ट में कहा है कि बिहार चुनावों के बाद मंजूरी के लिए लंबित विधेयकों को सुरक्षित ढंग से पारित कराने के लिए विपक्ष से बातचीत की एनडीए सरकार की इच्छा के साथ ही राजनीति करवट लेती दिखी है।

यह अनिश्चितता बाजार पर कुछ समय के ले असर डाल चुकी है और बाजार में घबराहट का वातावरण बना चुकी है। उभरते बाजार दबाव में बने हुए हैं और भारत भी कोई अलग नहीं है। प्रभुदास लीलाधर का मानना है कि दिसंबर मध्य में फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद बाजार निर्णायक मोड़ लेगा।
• कमोडिटी, विपत्ति या वरदान : भारत कमजोर तेल कीमतों से लाभान्वित होता दिखा है लेकिन मेटल क्षेत्र इन कमोडिटी की कीमतों में तेज गिरावट से बुरी तरह आहत हुआ है। लौह अयस्क, कोयला और अन्य कमोडिटी कमजोर होती दिख रही है और कमोडिटी में कुछ समय तक और कीमतों में नरमी बनी रहने की संभावना है।
• बुनियादी ढाँचा : भूतल परिवहन मंत्रालय के लिए बजट आवंटन उच्च रहा है और व्यय भी उच्च स्तर पर रहा है लेकिन निजी क्षेत्र से निवेश धीरे-धीरे नकारात्मक हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक निजी क्षेत्र निवेश में सुधार देखने के लिए जरूरी धारणा में बदलाव आने की उम्मीद है।
• प्रभुदास लीलाधर का मानना है कि बिहार चुनावों के नतीजे सरकार की राह में एक नया मोड़ ले आये हैं। अब संघर्ष की बजाय सहमति पर बात हो रही है। अब आक्रामक टकराव का रास्ता छोड़ सरकार संसद चलाने और विधेयकों को पारित कराने के लिए संवाद के जरिये सहमति बनाने के पक्ष में है। इससे प्रशासन बेहतर और तेज हो सकता है और राह की तमाम अड़चनें भी हट सकती हैं।
• वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में बीएसई-200 के दायरे की कंपनियों के नतीजे निराशाजनक रहे हैं और सुधार अब भी पूरी नहीं नहीं दिख रहा है। इससे वित्त वर्ष 2015-16 में लक्ष्यित आय हासिल करना मुश्किल दिख रहा है। सूचकाँक में बड़ा हिस्सेदार वित्तीय क्षेत्र एक क्षेत्र के रूप में निवेशकों का पसंदीदा बना हुआ है। रिपोर्ट का मानना है कि निजी बैंक बढ़िया वृद्धि अवसर देते हैं जबकि सार्वजनिक बैंकों का लड़खड़ाना जारी है। ऑटो सेक्टर में प्रभुदास लीलाधर को खास कर सातवें वेतन आयोग और एक रैंक एक पेंशन के परिप्रेक्ष्य में परिदृश्य बेहतर लग रहा है। इस क्षेत्र में रिपोर्ट बेहतरी के लिए दोपहिया वाहनों के ऊपर चार यात्री कार और वाणिज्यिक वाहनों को वरीयता दे रही है।
रिपोर्ट में प्रभुदास लीलाधर सिक्योरिटीज ने अपनी पसंद के शेयरों में वित्तीय क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक, इंजीनियरिंग और कैपिटल गुड क्षेत्र में लार्सन ऐंड टुब्रो, सद्भाव इंजीनियरिंग और अशोका बिल्डकॉन, आईटी क्षेत्र में इन्फोसिस, हेक्वेयर और एनआईआईटी टेक, बेसिक मैटेरियल क्षेत्र में जेके लक्ष्मी सीमेंट, ऑटो क्षेत्र में टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी, फार्मास्युटिकल क्षेत्र में ग्लेनमार्क, जुबिलैंट लाइफ और अरबिंदों फार्मा और एफएमसीजी क्षेत्र में ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन बीचेम को शामिल किया है। (शेयर मंथन, 10 दिसंबर, 2015)