औद्योगिक उत्पादन (IIP) को लगा नवंबर में भारी झटका

नवंबर 2015 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (IIP) 166.6 अंक रहा, जो नवंबर 2014 के मुकाबले 3.2% कम है। मतलब यह है कि नवंबर 2015 में औद्योगिक विकास दर -3.2% रही।

यह पिछले चार वर्षों में सबसे खराब औद्योगिक विकास दर है, जबकि इससे पिछले महीने ही अक्टूबर 2015 में औद्योगिक विकास दर 9.9% के ऊँचे स्तर पर आ गयी थी। जानकारों को यह अनुमान तो थी कि नवंबर में औद्योगिक विकास दर पिछले महीने से काफी कम रहेगी, मगर इसके ऋणात्मक हो जाने की आशंका नहीं थी। वहीं वित्‍त वर्ष 2015-16 की अप्रैल-नवंबर अवधि में औद्योगिक विकास दर 3.9% आंकी गयी है। पिछले वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान औद्योगिक विकास दर 2.5% थी।
नवंबर 2015 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर नवंबर 2014 के मुकाबले क्रमश: 2.3%, -4.4% (ऋणात्‍मक) तथा 0.7% रही। वहीं अप्रैल-नवंबर 2015-16 में इन तीनों क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर क्रमश: 2.1%, 3.9% तथा 4.6% आंकी गयी है।
नवंबर 2015 में बुनियादी वस्‍तुओं (बेसिक गुड्स), पूंजीगत सामान एवं मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर नवंबर 2014 की तुलना में क्रमश: -0.7% (ऋणात्‍मक), -24.4% (ऋणात्‍मक) तथा -0.7% (ऋणात्‍मक) रही। टिकाऊ उपभोक्‍ता सामानों की उत्‍पादन वृद्धि दर नवंबर 2015 में 12.5% रही है। दूसरी ओर गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामानों की उत्‍पादन वृद्धि दर नवंबर 2015 में -4.7% (ऋणात्‍मक) रही। कुल मिला कर उपभोक्‍ता वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर नवम्‍बर, 2015 के दौरान 1.3% आंकी गयी है। (शेयर मंथन, 12 जनवरी 2016)