एक्सपर्ट से समझिए सोना और चाँदी का सपोर्ट, लक्ष्य और ईटीएफ की उलझनों को, अभी कीमतों में कितनी तेजी बाकी?

अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में उतार–चढ़ाव के बीच सोना–चांदी ने एक बार फिर मजबूती दिखानी शुरू कर दी है।

बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार बताते है कि एमसीएक्स पर सोना 1.5 लाख  रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल आया है और डॉलर टर्म में 4,200 के आसपास बना हुआ है। हाल ही में यह सवाल मजबूत हो गया था कि क्या डॉलर में 4,000 का स्तर सोने के लिए एक मजबूत सपोर्ट बन सकता है। सोना अब मूविंग एवरेज सपोर्ट, राउंडिंग बॉटम पैटर्न और लोअर-टॉप स्ट्रक्चर के लगभग नेगेट होने की वजह से फिर से सकारात्मक जोन में दिखाई दे रहा है। चाँदी की चाल सोने से भी अधिक मजबूत है। चाँदी ने नया हाई बनाया है और कप-एंड-हैंडल पैटर्न की पुष्टि के बाद इसमें तेजी अपेक्षाकृत अधिक मजबूत दिखाई दे रही है। लेकिन निवेशकों के सामने एक बड़ी चिंता बनी हुई है। एमसीएक्स के भाव और फिजिकल मार्केट (ईटीएफ) के भाव में बड़ा अंतर। डिजिटल निवेश करने वाला आम निवेशक ईटीएफ की ओर देखता है, पर ईटीएफ में अक्सर प्रीमियम जुड़ जाता है, जो रिटर्न को कम कर देता है। कई बार यह प्रीमियम 8 से 10% तक पहुँच जाता है, यानी यदि चाँदी आने वाले महीनों में 15% बढ़ भी जाती है, तो ईटीएफ प्रीमियम उसी का बड़ा हिस्सा “खा” लेता है। सोना-चाँदी जैसे प्राइम कमोडिटी ईटीएफ में लिक्विडिटी की समस्या कम होती है, लेकिन प्रीमियम हमेशा रहेगा चाहे वह मांग के कारण हो या बाजार के स्ट्रक्चर के कारण। निवेशक के लिए यह समझना जरूरी है कि ईटीएफ के रिटर्न हमेशा एमसीएक्स के रिटर्न से कुछ प्रतिशत नीचे रहेंगे।


(शेयर मंथन, 03 दिसंबर 2025)

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