2019 में भारत बन जायेगा दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

अकाउंटेंसी फर्म पीडब्ल्यूसी का कहना है कि अगले साल ब्रिटेन दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से फिसल कर सातवें स्थान पर चला जायेगा।

यूरोपीय संघ छोड़ने के कारण फ्रांस और भारत इसकी जगह पर आ जायेंगे।
मार्च में ब्रेक्सिट के साथ किसी भी डील के झटके से बचने के लिए कोई उपाय कर पाता है, तो पीडब्ल्यूसी का अनुमान है कि ब्रिटेन 2019 में 1.6% के आर्थिक विकास दर से आगे बढ़ेगा। वहीं, फ्रांस की आर्थिक विकास दर 1.7% और भारत की विकास दर 7.6% रहने का अनुमान है।
पीडब्ल्यूसी के अर्थशास्त्री माइक जैकमन ने कहा, "ब्रिटेन और फ्रांस नियमित रूप से बड़ी अर्थव्यवस्था रखने के लिए वैकल्पिक रूप से बदल गए हैं, लेकिन 2018 में यूके में वृद्धि में कमी आयी है और फिर 2019 में फ्रांस के पक्ष में संतुलन को दूर करने की संभावना है।"
रैंकिंग अमेरिकी डॉलर के मामले में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के आकार पर आधारित है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था धीमी हुयी और 2016 के ब्रेक्सिट जनमत संग्रह यूरोपीय संघ छोड़ने के फैसले के बाद पाउंड की कीमत गिर गयी।
जैकमन ने कहा, "भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसमें भारी आबादी, अनुकूल जनसांख्यिकी और प्रति व्यक्ति कम सकल घरेलू उत्पाद (सकल घरेलू उत्पाद) के कारण उच्च पकड़ क्षमता है।"
"आने वाले दशकों में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद लीग तालिका में वृद्धि जारी रखने के लिए यह निश्चित है।"
पीडब्ल्यूसी उम्मीद करता है कि अगले साल सातवें स्थान से ऊपर चढ़ कर पांचवें स्थान पर पहुँच जाएगा, और फ्रांस छठे स्थान पर रहेगा। (शेयर मंथन, 20 दिसंबर 2018)