संसद में अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करते हुए पीयूष गोयल ने एक बार फिर काले धन को खत्म करने के लिए एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा, "हम काले धन की बीमारियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" गोयल ने कहा कि अब तक किए गए काले धन विरोधी उपायों ने लगभग 1.30 लाख करोड़ रुपये की अघोषित आय को सतह पर ला दिया और 3.38 लाख शेल कंपनियों को बंद कर दिया गया है।
इससे पहले, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा था कि भ्रष्टाचार पर एनडीए सरकार की लड़ाई में विमुद्रीकरण एक निर्णायक क्षण था। सरकार ने इस कदम को लेकर नाराजगी जतायी थी, क्योंकि कई आरोपों ने कहा गया कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में मंदी आ गयी। हालांकि, सरकार ने आँकड़े जारी किए कि 2016-17 में अर्थव्यवस्था मजबूत हुयी है।
सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोट चलन से हटा लिए थे और 500 रुपये के नोट बदल दिए थे। एफएम ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए बैंकिंग क्षेत्र में किए गए उपायों की भी घोषणा की। (शेयर मंथन, 01 फरवरी 2019)