सरकार ने शनिवार को बताया कि जनवरी 2019 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह 14% वार्षिक बढ़कर 1,02,503 करोड़ रुपये हो गया, जो कि अप्रैल के बाद का दूसरा सबसे बड़ा मासिक संग्रह है।
पिछले वर्ष के इसी महीने में, जीएसटी (GST)संग्रह 89,825 करोड़ रुपये था।
माह-दर-माह आधार पर भी, जनवरी में जीएसटी संग्रह दिसंबर 2018 के 94,725 करोड़ रुपये के संग्रह की तुलना में 8.2% अधिक है।
वित्त मंत्रालय द्वारा सामने आए आँकड़ों के मुताबिक, दिसंबर और जनवरी महीने के लिए 73.3 लाख बिक्री रिटर्न या जीएसटीआर -3 बी दाखिल किए गए।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि जनवरी 2019 में कुल सकल जीएसटी राजस्व 1,02,503 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्रीय जीएसटी 17,763 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) 24,826 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 51,250 करोड़ रुपये और उपकर 8,690 करोड़ रुपये है।
जनवरी सहित, चालू वित्त वर्ष में, जीएसटी संग्रह तीसरी बार - अप्रैल, अक्टूबर और जनवरी में - 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के स्तर पर आया है।
सरकार ने नियमित निपटान के रूप में सीजीएसटी को 18,344 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी को 14,677 करोड़ रुपये दिए हैं।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा दिसंबर 2018 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 36,107 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 39,503 करोड़ रुपये है।
जीएसटी संग्रह अप्रैल में 1.03 लाख करोड़ रुपये, मई में 94,016 करोड़ रुपये, जून में 95,610 करोड़ रुपये, जुलाई में 96,483 करोड़ रुपये, अगस्त में 93,960 करोड़ रुपये, सितंबर में 94,442 करोड़ रुपये, अक्टूबर में 1,00,710 करोड़ रुपये रहा। नवंबर में 97,637 करोड़ और दिसंबर 2018 में 94,725 करोड़ रुपये था। (शेयर मंथन, 02 फरवरी 2019)