तिमाही नतीजों के संकेत

राजीव रंजन झा

अभी तीसरी तिमाही के नतीजों का पहला हफ्ता ही गुजरा है। इसलिए इन नतीजों पर कोई अंतिम टिप्पणी नहीं की जा सकती। लेकिन शुरुआती संकेतों से एक अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है कि वास्तव में ये नतीजे बाजार की सोच के कितने पास या उससे कितने दूर हैं।
मोटे तौर पर हमें बीते हफ्ते आईटी क्षेत्र और बैंकिंग क्षेत्र के कुछ नतीजे देखने को मिले। इनमें इन्फोसिस ने बाजार को चौंकाया, तो टीसीएस के नतीजों ने बाजार एक हद तक मायूस ही किया। लेकिन जैसा कि मैंने शुक्रवार को अपनी टिप्पणी में लिखा था, टीसीएस के नतीजों को भी एकदम से कमजोर नहीं कहा जा सकता। भले ही इन्फोसिस के नतीजों वाली चमक टीसीएस के नतीजों में न दिखी हो, लेकिन अंदरुनी मजबूती दिखाने वाली तमाम बातें इनमें जरूर रही हैं।

बैंकिंग क्षेत्र में हमें एचडीएफसी बैंक और ऐक्सिस बैंक जैसी कुछ कंपनियों के नतीजे मिले हैं, जिन्हें अच्छा ही कहा जा सकता है। हवाईसेवा क्षेत्र में जेट एयरवेज, ऑटो क्षेत्र में बजाज ऑटो और तेल-गैस क्षेत्र में बोंगाइगाँव रिफाइनरी के नतीजे काफी कमजोर रहे हैं। लेकिन इन तीनों ही क्षेत्रों पर दबाव कोई नया नहीं है।
अभी शायद इतने नतीजे हमारे हाथ में नहीं हैं कि आँकड़ों के लिहाज इन नतीजों का औसत देखा जाये। लेकिन कुल मिला कर इन नतीजों से जो पहली धारणा बनी है, वह यही है कि तीसरी तिमाही में कंपनियों पर दबाव भले ही रहा हो, स्थिति इतनी बुरी भी नहीं है जितनी बाजार ने सोच रखी थी। इस हफ्ते सीमेंट कंपनियों के भी नतीजे आने वाले हैं और जिस तरह से दिसंबर में सीमेंट की बिक्री सुधरी है, उससे यह उम्मीद की जा सकती है कि ज्यादा बुरे नतीजे देखने को नहीं मिलेंगे। इसके अलावा रिलायंस, भारती एयरटेल, आईटीसी, डॉ. रेड्डीज, हीरो होंडा, विप्रो और पोलारिस जैसे कुछ प्रमुख नतीजे भी इस हफ्ते आने वाले हैं। इसलिए जब एक हफ्ते बाद बाजार तिमाही नतीजों की समीक्षा करेगा तो उसके पास एक ज्यादा बड़ा आधार होगा। 
अगर इस हफ्ते आने वाले नतीजे भी इसी शुरुआती धारणा को मजबूत करते हैं कि स्थिति पहले के अनुमानों जितनी खराब नहीं है, तो इससे बाजार की धारणा में काफी बदलाव आ सकता है। इस समय बाजार में काफी लोग एक नकारात्मक धारणा लेकर बैठे हैं, जिसकी बुनियाद इसी सोच पर टिकी है कि तिमाही नतीजे काफी खराब रहने वाले हैं। इसीलिए अगर नतीजों को लेकर सोच बदलती है, तो फिर बाजार की दिशा के बारे में भी नजरिया बदलेगा।