एनसीएलटी ने कैपिटल फर्स्ट (Capitall First) और आईडीएफसी बैंक के विलय को दी मंजूरी

गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट (Capitall First) की आईडीएफसी बैंक (IDFC Bank) के साथ विलय योजना को कंपनी के शेयरधारकों के बाद अब राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने भी हरी झंडी दिखा दी है।

दोनों कंपनियों के निदेशक समूह भी विलय योजना को पहले ही मंजूरी दे चुके हैं। योजना के तहत कैपिटल फर्स्ट के अलावा कैपिटल फर्स्ट होम फाइनेंस और कैपिटल फर्स्ट सिक्योरिटीज भी नयी कंपनी में सम्मिलित होंगी।
आईडीएफसी बैंक और कैपिटल फर्स्ट के विलय से तैयार होने वाली कंपनी के पास 88,000 करोड़ रुपये की एयूएम (प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों) के साथ ही 194 शाखाओं का नेटवर्क और 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं का आधार होगा। कंपनियों के बीच हुए समझौते के अनुसार आईडीएफसी बैंक, कैपिटल फर्स्ट के 10 शेयरों के बदले 139 शेयर जारी करेगा।
इस बीच बीएसई में कैपिटल फर्स्ट का शेयर गुरुवार के 544.40 रुपये के बंद स्तर की तुलना में आज 545.00 रुपये पर खुला। मगर सपाट शुरुआत के बाद कंपनी का शेयर हल्के दबाव दिखा है। करीब 10.40 बजे कंपनी का शेयर 4.60 रुपये या 0.84% की कमजोरी के साथ 539.80 रुपये पर चल रहा है। वहीं आईडीएफसी बैंक का शेयर इस समय 0.15 रुपये या 0.38% की गिरावट के साथ 39.30 रुपये के भाव पर है। (शेयर मंथन, 14 दिसंबर 2018)