2019 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) को 991.37 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
वहीं पिछले साल की समान तिमाही बैंक को 3,102.34 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 25.73% की बढ़ोतरी के साथ 4,863 करोड़ रुपये रही, जबकि अन्य गैर-ब्याज आमदनी 47.04% की बढ़ोतरी के साथ 894 करोड़ रुपये रही।
गौरतलब है कि बैंक के प्रोविजन 6,672.38 करोड़ रुपये से 19% घट कर 5,399.29 करोड़ रुपये के रह गये। मगर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के मुकाबले इनमें 93% की गिरावट आयी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा सकल एनपीए अनुपात 12.26% से घट कर 9.61% और शुद्ध एनपीए अनुपात 5.49% से गिर कर 3.33% रह गया, जिससे बैंक के घाटे में कमी आयी।
साल दर साल आधार पर ही बैंक ऑफ बड़ौदा का तिमाही ऑपरेटिंग मुनाफा 44.8% की बढ़ोतरी के साथ 3,861 करोड़ रुपये रहा।
इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा की ऋण वृद्धि 10% अधिक 4,68,819 करोड़ रुपये रही, जिसे घरेलू एडवांस में 13% बढ़ोतरी से सहारा मिला। बैंक की जमा 8% की बढ़ोतरी के साथ 6,38,690 करोड़ रुपये की रही।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार बेहतर अन्य आमदनी और शुद्ध ब्याज आमदनी के सहारे बैंक की कारोबारी आमदनी शानदार रही।
उधर बीएसई में बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 126.20 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले मामूली बढ़त के साथ 128.95 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार में 143.60 रुपये तक चढ़ा है। करीब साढ़े 10 बजे बैंक के शेयरों में 14.60 रुपये या 11.57% की मजबूती के साथ 140.80 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 48,452.53 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 157.45 रुपये और निचला स्तर 90.70 रुपये रहा। (शेयर मंथन, 23 मई 2019)