वित्त वर्ष 2018-19 की पहली दूसरी के मुकाबले 2019-20 की समान अवधि में विद्युत उत्पाद कंपनी हैवेल्स इंडिया (Havells India) के मुनाफे में 1% की वृद्धि दर्ज की गयी है।
कंपनी ने 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 179 करोड़ रुपये के मुकाबले 181 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। हालाँकि इसकी शुद्ध आमदनी 2,191 करोड़ रुपये से 2% बढ़ कर 2,230 करोड़ रुपये रही। सालाना आधार पर ही कंपनी का तिमाही एबिटा 258 करोड़ रुपये से 9% घट कर 234 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 150 आधार अंकों की गिरावट के साथ 10.5% रह गया।
इस बीच साल दर साल आधार पर कंपनी की विद्युत उपभोक्ता टिकाऊ आमदनी 14.6% बढ़ कर 550.5 करोड़ रुपये, केबल व्यापार आमदनी 7.2% की वृद्धि के साथ 821.3 करोड़ रुपये और लॉयड (कंपनी का प्रमुख ब्रांड) कारोबार 30.2% की गिरावट के साथ 180 करोड़ रुपये का रहा। इसके अलावा हैवेल्स की स्विचगियर आमदनी भी घट कर 397.7 करोड़ रुपये की रह गयी।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने लॉयड और औद्योगिक कारोबार के कमजोर प्रदर्शन के कारण कंपनी के नतीजों को निराशाजनक बताया है। ब्रोकिंग फर्म के मुताबिक रियल एस्टेट, औद्योगिक और इन्फ्रा क्षेत्रों में सुस्ती से हैवेल्स की प्रभावित हुई।
दूसरी ओर बीएसई में हैवेल्स इंडिया का शेयर पिछले बंद भाव की तुलना में सपाट 678.35 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान 658.00 रुपये के निचले स्तर तक फिसला। अंत में यह 13.35 रुपये या 1.97% की कमजोरी के साथ 665.00 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 41,615.89 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 806.90 रुपये और निचला स्तर 578.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 23 अक्टूबर 2019)