लार्सन ऐंड टूब्रो को मिडिल-ईस्ट से हाइड्रोकार्बन कारोबार के लिए ऑर्डर मिला

इन्फ्रा सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टूब्रो को लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं। इसी कड़ी में कंपनी को ईपीसी (EPC) कारोबार तहत पाइपलाइन के लिए विदेश में अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी को यह ऑर्डर मिडिल-ईस्ट से मिला है।

 इस ऑर्डर के तहत इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन के तहत मिला है। इसके तहत दो नए पाइपलाइन को विकसित करना है। यह स्क्रैपर रिसीवर और लॉन्चेज से जुड़ा होगा । इसे मेन लाइन आइसोलेशन वॉल्व ( (MLIV) स्टेशन बनाने हैं। यह पहले से मौजूद पाइपलाइन कॉरिडोर के समानांतर होगा। कंपनी को यह ईपीसी ऑर्डर गुरुवार यानी 14 मार्च को मिला है। कंपनी को यह ऑर्डर एनर्जी ऐंड हाइड्रोकार्बन कारोबार के लिए मिला है। इस ऑर्डर को मेजर कैटेगरी के तहत रखा गया । आम तौर पर इस ऑर्डर को 5000-10,000 करोड़ रुपये की रेंज में रखा गया है। यह ऑर्डर ऑनशोर गैस पाइपलाइन से संबंधित है। कंपनी के पूर्ण कालिक निदेशक और सीनियर एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, एनर्जी कारोबार सुब्रमण्यम शर्मा ने कहा कि कंपनी को देश से बाहर मिला अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है। कंपनी अपनी विशेषज्ञता के जरिए इस रणनीतिक प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। वहीं 13 मार्च को भी कंपनी के बिल्डिंग ऐंड फैक्टरीज कारोबार के लिए ऑर्डर मिला था। इसके तहत तमिलनाडु के मदुरै में एम्स (AIIMS) यानी ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निर्माण के लिए मिला है। कंपनी 720 बेड वाला हॉस्पिटल बनाएगी। इसके अलावा 150 बेड इंफेक्शियस बीमारी, 30 बेड की सुविधा वाला AYUSH ब्लॉक और 150 सीटों वाला मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण शामिल है। इस प्रोजेक्ट को 33 महीने में पूरा करना है। इसके तहत 21 लाख वर्ग फीट जमीन विकसित किए जाएंगे। पिछले साल में कंपनी के शेयर में 66.96% तक की तेजी देखने को मिली।

 

(शेयर मंथन, 15 मार्च 2024)