कमजोर मांग के अनुमान से डाबर क शेयर पर दिखा दबाव

एफएमसीजी (FMCG) की दिग्गज कंपनी डाबर ने चौथी तिमाही के कारोबारी अपडेट जारी किए हैं। कंपनी की ओर से मांग धीमा रहने से शेयर पर दबाव देखने को मिला।

 वहीं कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कारोबार से आय पर करेंसी डिप्रेशिएशन का असर देखने को मिल सकता है। मिस्र और तुर्की में करेंसी डिप्रेशिएशन का असर कारोबार पर देखने को मिल सकता है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि मार्च तिमाही में कंसोलिडेटेड आय मिड-सिंगल डिजिट में रह सकती है। मांग में धीमेपन के कारण कंपनी ने ऐसी संभावना जताई है। कंपनी ने आय वृद्धि अनुमान में दिसंबर 2023 तक 2.3% इनऑर्गेनिक वृद्धि को भी शामिल किया है। ऐसा कंपनी ने बादशाह मसाला के अधिग्रहण के कारण किया है।

हालाकि कंपनी को आने वाले महीनों में खपत में तेजी आने की उम्मीद जताई है। कंपनी ने ऐसा रबी फसलों के बेहतर बुवाई और मॉनसून के सामान्य रहने के कारण लगाया है। HPC यानी हेल्थ ऐंड पर्सनल केयर सेगमेंट में हाई-सिंगल डिजिट बढ़ोतरी संभव है। वहीं F&B सेगमेंट में लो सिंगल डिजिट बढ़ोतरी का अनुमान है। कंपनी को अलग-अलग कैटेगरी में बेहतर कार्य प्रणाली से बाजार हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी के बादशाह मसाले का प्रदर्शन शानदार रहा है और उम्मीद है कि वॉल्यूम में मजबूत बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। मिडिल-ईस्ट और उत्तरी अफ्रीका यानी मीना (MENA) क्षेत्र,मिस्र और तुर्की के योगदान से अंतरराष्ट्रीय कारोबार में वृद्धि कॉन्स्टैंट करेंसी के आधार पर दहाई अंक में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ग्रॉस मार्जिन बेहतर रहने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनपुट कॉस्ट यानी लागत में कमी और बचत से जुड़े उपायों से मार्जिन अच्छा रहने का अनुमान लगाया गया है। ब्रांड के विज्ञापन और प्रसार पर निवेश जारी रहेगा। ग्रामीण और शहरी वृद्धि के बीच का अंतर घटा है। कंपनी का शेयर 4.70% गिर कर 506.05 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है।                      

(शेयर मंथन, 4 अप्रैल, 2024)