यूनिटेक ने अपने कर्ज को लेकर शेयर बाजार की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की है। गौरतलब है कि बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में आज सुबह के कारोबार में यूनिटेक का शेयर भाव इन चिंताओं के बीच 14% से अधिक गिर गया था कि कंपनी म्युचुअल फंडों का कर्ज चुका पाने में असफल रही है। हालांकि बाद में यूनिटेक के शेयर भाव में तेजी आयी और 32.80 रुपये का ऊँचा स्तर छूने के बाद यह करीब 6% चढ़ कर 31.90 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी ने ईजीएम के बाद मीडिया को जानकारी दी कि म्युचुअल फंडों के एफएमपी का जो 900 करोड़ रुपये का बकाया था, उसका अधिकांश हिस्सा चुका दिया गया है। इस कर्ज की अंतिम तारीख 19 जनवरी की थी। कंपनी ने औपचारिक रूप से यह तो नहीं बताया कि कितनी रकम चुकायी गयी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक 500 करोड़ रुपये की रकम 17 जनवरी तक चुका दी गयी थी, बाकी कर्ज की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है और अब इन कर्जों की अंतिम तारीखें इस वित्त वर्ष के बाद की हैं। बाजार विशेषज्ञ सलिल शर्मा का मानना है कि कंपनी की इस घोषणा से शेयर को अच्छा सहारा मिला है और यह छोटी अवधि में 35 रुपये तक जा सकता है। साथ ही उनका मानना है कि इस शेयर में आने वाली तेजी का इस्तेमाल इससे बाहर निकलने के लिए करना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक 500 करोड़ रुपये का जो कर्ज चुकाया गया है, उसका अधिकांश हिस्सा आंतरिक स्रोतों से ही जुटाया गया है, लेकिन बाकी हिस्से को रिफाइनेंस कराने की जरूरत पड़ी है। गौरतलब है कि कंपनी के ऊपर कुल 2,500 करोड़ रुपये की ऐसी देनदारी थी, जिसका भुगतान 31 मार्च तक करना था। लेकिन अब कंपनी ने यह जानकारी दी है कि यह बकाया रकम केवल 600 करोड़ रुपये रह गयी है। इस तरह 1900 करोड़ रुपये का कर्ज या तो वापस चुका दिया गया है या फिर उसकी अंतिम तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है।
कंपनी ने यह भी बताया है कि छोटी अवधि के कर्जों को लंबी अवधि के कर्जों में बदला जा रहा है। कंपनी ने अगले दो महीनों में 2500 करोड़ रुपये के छोटी अवधि के कर्जों को लंबी अवधि के कर्जों में बदलने का लक्ष्य रखा है।