केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) की प्रेस कॉन्फ्रेंस

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले वित्त मंत्री ने कई बैंकों के साथ बैठक की, जिनमें पीएनबी, कैनरा बैंक, इलाहाबाद बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, कॉर्पोरेशन बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं।
वित्त मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार अर्थव्यवस्था को तेज गति देने के लिए लगातार कदम उठा रही है। वित्त मंत्री के अनुसार पीएनबी, ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय किया जायेगा। इन तीन बैंकों के विलय से 17.94 लाख करोड़ रुपये के कारोबार वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक कैयार होगा।
उन्होंने बताया कि इंडिया बैंक, इलाहाबाद बैंक का विलय होगा, जो 8.08 लाख करोड़ रुपये के व्यापार के साथ सातवाँ सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा। वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय होगा, जिनका कारोबार 14.59 लाख करोड़ रुपये का होगा। इसके अलावा केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय होगा, जिससे 15.20 लाख करोड़ रुपये के कारोबार के साथ चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक वजूद में आयेगा।
वित्त मंत्री ने जानकारी दी वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 6 सरकारी बैंकों ने मुनाफा दिखाया। यानी अब कुल 14 सरकारी बैंक मुनाफे में हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि 3.38 लाख शेल कंपिनयों को बंद कर दिया गया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री के अनुसार इन विलयित बैंकों में सरकारी बैंकों का कुल 88% कारोबार होगा। क्षेत्रीय उपस्थिति को मजबूत करने के लिए इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, और पंजाब और सिंध बैंक अपने मजबूत क्षेत्रीय बैंकों के कारण काम करना जारी रखेंगे। 2017 में जहाँ 27 सरकारी बैंक थे, अब 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के लिए केवल 12 सरकारी बैंक संचालन में हैं।
वित्त मंत्री ने बताया है कि सरकारी बैंकों के निदेशक मंडलों को सीजीएम (CGM) शुरू करने की सुविधा दी जायेगी। सरकारी बैंकों को एक मुख्य जोखिम अधिकारी नियुक्त करना होगा, जिसे बाजार स्तर का भुगतान किया जायेगा।
बता दें कि आज ही केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जीडीपी आँकड़े घोषित किये जायेंगे। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2019)