एनपीसीआई ने किया भीम यूपीआई लेन-देन के लिए व्यापारी छूट दरों में संशोधन

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payments Corporation of India) या एनपीसीआई ने मोबाइल भुगतान ऐप्प भीम यूपीआई (BHIM UPI) लेन-देन के लिए मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) में संशोधन किया है।

डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए एनपीसीआई ने एमडीआर को और बेहतर कर दिया है। बड़े लेन-देन के लिए एमडीआर की अधिकतम सीमा 100 रुपये तय कर दी गयी है। वहीं 100 रुपये से कम की यूपीआई लेन-देन, जो क्यूआर कोड 'स्कैन ऐंड पे' द्वारा की जाती हैं, पर कारोबारियों को अब कोई एमडीआर नहीं देना होगा।
इसके अलावा एनपीसीआई की ओर से 30 अगस्त को जारी की गयी अधिसूचना में घोषणा की गयी है कि एमडीआर को संशोधित कर अधिकतम 100 रुपये प्रति लेन-देन के साथ 0.30% कर दिया गया है। वर्तमान में 2,000 रुपये तक की लेन-देन के लिए यह 0.25% और 2,000 रुपये से अधिक की लेन-देन पर 0.65% है।
नयी एमडीआर दरें 01 अक्टूबर से प्रभाव में आयेंगी। जानकारों का मानना है कि इससे यूपीआई के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड जैसा बुनियादी स्वीकृति बुनियादी ढाँचा (Acceptance Infrastructure) स्थापित करने के लिए देश भर के छोटे ग्रोस्री स्टोर, केमिस्ट और किराना स्टोर को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
एमडीआर का भुगतान क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिये उपभोक्ताओं से भुगतान स्वीकार करने के लिए किसी व्यापारी द्वारा एक बैंक को किया जाता है। एनपीसीआई यूपीआई का उपयोग करके व्यापारी भुगतान के प्रसार के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है, जिसमें पी2पीएम (P2PM) के लेन-देन की सीमा को 50,000 रुपये से बढ़ा कर 1 लाख रुपये किया जाना शामिल है। (शेयर मंथन, 31 अगस्त 2019)