केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Nirmala Sitharaman) ने विभिन्न मंत्रालयों से कहा है कि वे अगली चार तिमाहियों के पूँजीगत व्यय (Capital Expenditure) की योजना एक हफ्ते के भीतर तैयार कर लें।
वित्त मंत्री के मुताबिक सरकार की इच्छा यह सुनिश्चित करने की है कि सरकार की पूँजीगत योजना उचित रूप से चलती रहे। सीतारमन ने शुक्रवार को सड़क यातायात एवं राजमार्ग मंत्रालय, आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, शिपिंग मंत्रालय जैसे कुछ मंत्रालयों के सचिवों और वित्तीय सलाहकारों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालय और सार्वजनिक कंपनियाँ (पीएसयू) अपने वे सभी बकाया चुकता कर देंगे जिन पर कोई विवाद नहीं है।
इसके अलावा उन्होंने सभी सरकारी विभागों से कहा है कि वे विभिन्न सेवाप्रदाताओं और एमएसएमई से लिये गये सामानों और सेवाओं का 20,000 करोड़ रुपये का बकाया अक्टूबर के पहले हफ्ते तक चुकता कर दें। वित्त मंत्री ने साफ किया कि सरकार का इरादा है कि वह किसी का बकाया अपने पास न रखे। पूँजी को वहाँ पहुँचना चाहिए जहाँ इसकी जरूरत है। सचिव (व्यय) जीसी मुर्मू ने बताया कि विभिन्न सरकारी विभागों पर कुल बकाया 60,000 करोड़ रुपये में से तकरीबन 40,000 करोड़ रुपये पहले ही अदा किये जा चुके हैं।
वित्त मंत्री शनिवार को विभिन्न सार्वजनिक कंपनियों के अध्यक्षों से मुलाकात करेंगी। (शेयर मंथन, 27 सितंबर 2019)