ईज ऑफ डूइंग बिजनेस या व्यापार करने में आसानी के मामले में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है।
विश्व बैंक (World Bank) की ताजा सूची में भारत 14 स्थानों की छलांग लगा कर 190 देशों की सूची में 63वें पायदान पर पहुँच गया है। इसके साथ ही सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले मुख्य 10 देशों में भारत को तीसरी बार शामिल किया गया है। व्यापार सुगमता के मामले में विश्व बैंक की रैंकिंग में न्यूजीलैंड पहले, सिंगापुर दूसरे, हॉन्ग-कॉन्ग तीसरे और डेनमार्क चौथे पायदान पर है।
जानकारों का मानना है कि देश में कारोबार करने में आसानी के पीछे मोदी सरकार द्वारा उठाये गये विभिन्न कदम हैं। बता दें कि 2014 में नरेंद्र मोदी जब पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे, तो उस समय ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में भारत 190 देशों की सूची में 140वें स्थान पर था। मगर इसके बाद 2017 तक भारत 100वें पायदान पर आ गया था। पिछले साल भारत ने 23 पायदान की और छलांग लगा कर 77वाँ स्थान हासिल कर लिया था और अब भारत ने अपनी स्थिति और बेहतर की है। 2015 में मोदी सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस मामले में भारत को प्रमुख 50 देशों में शामिल करने का लक्ष्य रखा था। जानकारों का अनुमान है कि सरकार द्वारा कॉर्पोरेट कर में कटौती के बाद भारत की रैंकिंग में अगले साल और सुधार हो सकता है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में भारत ने मुख्य तौर पर चार क्षेत्रों में सुधार किये हैं, जिनमें व्यापार शुरू करना, दिवालिया समाधान, सीमा पार व्यापार और निर्माण अनुज्ञा पत्र शामिल हैं। (शेयर मंथन, 24 अक्टूबर 2019)