विप्रो का तिमाही मुनाफा 3.5% बढ़ कर 1004 करोड़ रु.

देश की प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो ने अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 1003.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है। यह ठीक पिछली तिमाही से 3.5% और पिछले कारोबारी साल की तीसरी तिमाही से 18% ज्यादा है। कंपनी की आमदनी (कंज्यूमर केयर और लाइटिंग सहित) 6,618 करोड़ रुपये रही है, जो साल-दर-साल 25% ज्यादा है।

कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन साल-दर-साल आईटी सेवाओं में 21.4% से घट कर 20.6% हो गया है, जबकि आईटी उत्पादों का ऑपरेटिंग मार्जिन 4.4% से बढ़ कर 5.1% हो गया है। कंज्यूमर केयर और लाइटिंग कारोबार का ऑपरेटिंग मार्जिन भी 12.1% से घट कर 11.6% रह गया है। कुल मिला कर कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 17.8% से घट कर 17% रहा है। रुपये के लिहाज से आईटी सेवाओं से आमदनी साल-दर-साल 31% बढ़ कर 5,079 करोड़ रुपये हो गयी है। ये आँकड़े भारतीय लेखा मानकों (इंडियन जीएएपी) के हिसाब से हैं। कंपनी ने एक बड़े ग्राहक (नॉर्टेल) से होने वाली आमदनी को लेकर एकमुश्त प्रावधान किया है, जिससे कंपनी के मार्जिन पर 0.60% अंक का असर पड़ा है। कंपनी के मुताबिक अगर इस प्रावधान को निकाल दिया जाये, तो मार्जिन में 0.10% का इजाफा हुआ है।

अमेरिकी लेखा मानकों (यूएस जीएएपी) के हिसाब से कंपनी की आईटी सेवाओं से आमदनी 110 करोड़ डॉलर की है, जो तिमाही-दर-तिमाही 0.9% घटी है और साल-दर-साल 12.4% बढ़ी है। लेकिन अगर स्थिर मुद्रा (कॉन्स्टैंट करंसी) के लिहाज से देखा जाये, तो इसमें तिमाही-दर-तिमाही 3.5% की बढ़त और साल-दर-साल 19.2% की बढ़त रही है। अमेरिकी लेखा मानकों के तहत कंपनी का मुनाफा (नेट इन्कम) 898 करोड़ रुपये (18.5 करोड़ डॉलर) रही है। कंपनी ने आईटी सेवाओं के कारोबार में बीती तिमाही के दौरान 31 नये ग्राहक बनाये हैं। इस तिमाही के दौरान कंपनी को 4 बड़े सौदे हासिल हुए हैं, जो कई सालों के और लाखों डॉलर के हैं। कंपनी के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने इन तिमाही नतीजों पर अपनी टिप्पणी में कहा है कि, "यह हमारे लिए एक मुश्किल समय है। अर्थव्यवस्था से जुड़ी चुनौतियाँ काफी बड़ी हैं और हर वर्ग के कारोबार पर असर डाल रही हैं।"

कंपनी के सीएफओ सुरेश सेनापति ने अपने पिछले अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा है कि यह उनके लिए एक मजबूत तिमाही रही है। उनके मुताबिक, कंपनी की आईटी सेवाओं से आमदनी 112.6 करोड़ डॉलर की रही है, जबकि कंपनी ने पहले 112.1 करोड़ डॉलर का अनुमान सामने रखा था। इस कारोबारी साल की चौथी तिमाही में कंपनी ने 104.5 करोड़ डॉलर की आमदनी का अनुमान रखा है, जिसमें सिटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज के अधिग्रहण से जुड़ने वाली आय भी शामिल होगी।

कंपनी के तिमाही नतीजे बाजार खुलने से पहले आये थे और ये कंपनी के शेयर पर कोई अच्छा असर नहीं डाल सके। बीएसई के सेंसेक्स में करीब 1.25-1.50% की गिरावट की तुलना में विप्रो का शेयर लगभग 3% के नुकसान पर चल रहा है।