प्राइस वाटरहाउस ने गिरफ्तार पार्टनरों से पल्ला झाड़ा

सत्यम कंप्यूटर में हुए घोटाले को लेकर गिरफ्तार ऑडिटरों से उनकी ऑडिट फर्म प्राइस वाटरहाउस ने पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। प्राइस वाटरहाउस ने अपने इन दोनों पार्टनरों - एस गोपालकृष्णन और श्रीनिवास तलूरी को निलंबित कर दिया है। इसने अपने ताजा बयान में कहा है, "हाल के आरोपों के मद्देनजर एस गोपालकृष्णन और श्रीनिवास तलूरी को प्राइस वाटरहाउस के पार्टनर के रूप में उनके सभी दायित्वों और कार्यों से निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन सत्यम मामले की जाँच पूरी होने तक के लिए है।"

प्राइस वाटरहाउस ने अपने बयान में आगे कहा है कि "निलंबन की इस अवधि में ये दोनों पार्टनर ग्राहकों के किसी भी मामले से कोई लेना-देना नहीं रखेंगे। दोनों प्राइस वाटरहाउस की ओर से कोई भी गतिविधि नहीं चलायेंगे। उन्हें सत्यम मामले में चल रही जाँच में पूरा सहयोग करने के लिए कहा गया है। जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ेगी, प्राइस वाटरहाउस स्थिति की समीक्षा करती रहेगी।" गौरतलब है कि सत्यम घोटाला सामने आने के बाद से ही इसकी ऑडिट फर्म प्राइस वाटरहाउस सवालों के घेरे में रही है। पिछले सप्ताह शुक्रवार रात को इसके दो पार्टनरों, एस गोपालकृष्णन और श्रीनिवास तलूरी को आंध्र प्रदेश सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन अदालत ने इन दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।

इसके अलावा, प्राइस वाटरहाउस ने यह भी जानकारी दी है कि फर्म के एस्योरेंश लीडर थॉमस मैथ्यू ने तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी छोड़ने का फैसला किया है। हालाँकि फर्म ने दावा किया है कि मैथ्यू का सत्यम के ऑडिट से कोई लेना-देना नहीं रहा है। प्राइस वाटरहाउस का कहना है कि "मौजूदा स्थितियों को देखते हुए उनका (मैथ्यू का) मानना है कि उनके लिए यह प्रबंधकीय पद छोड़ना ही उचित है।" मैथ्यू प्राइस वाटरहाउस के पार्टनर के तौर पर काम करते रहेंगे। फर्म ने अभी अपना नया एस्योरेंश लीडर नियुक्त नहीं किया गया है और इस नियुक्ति के बारे में जल्दी ही फैसला किया जायेगा।