
अमेजन इंडिया अब भारत में लैब टेस्टिंग के क्षेत्र में भी कदम रख रहा है। इसके साथ ही कंपनी ने स्वास्थ्य सेवा के अपने तीन प्रमुख स्तंभ फार्मेसी, क्लीनिक, और अब डायग्नोस्टिक को एक साथ जोड़कर फुल स्टैक हेल्थ मॉडल तैयार कर लिया है। अब ग्राहक अमेजन ऐप पर ही डॉक्टर से परामर्श पा सकते हैं, दवा मँगवा सकते हैं और जरूरत होने पर घर बैठे लैब टेस्ट भी करवा सकते हैं। ये सुविधा “अमेजन मेडिकल” के रूप में उपलब्ध है और इसका उद्देश्य देश में एक जुड़े हुए आउटपेशेंट केयर सिस्टम की नींव रखना है।
तीन साल पहले अमेजन ने अपने हेल्थकेयर सफर की शुरुआत अमेजन फार्मेसी से की थी, जिसमें ग्राहकों को प्रिस्क्रिप्शन दवाएँ और मेडिकल उत्पाद घर तक पहुँचाये जाते हैं। इसके बाद छह महीने पहले कंपनी ने अमेजन क्लीनिक लॉन्च किया, जो कि वर्चुअल डॉक्टर कंसल्टेशन सेवा है। अब इन दोनों के साथ अमेजन डायग्नोस्टिक के आने से अमेजन मेडिकल प्लेटफॉर्म पूरी तरह से हेल्थकेयर की डिजिटल यात्रा को समेटने में सक्षम हो गया है।
डायग्नोस्टिक सेवा की शुरुआत ऑरेंज हेल्थ लैब के साथ साझेदारी में की गई है, जो कि 2020-21 में स्थापित हुआ था। ये सेवा फिलहाल छह बड़े शहरों बेंगलुरु, दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, मुंबई और हैदराबाद के 450 से ज्यादा पिन कोड में मौजूद है। ग्राहकों को 6 बजे सुबह से लेकर रात 9 बजे तक, सप्ताह के सातों दिन टेस्ट बुक करने, सैंपल कलेक्शन और रिपोर्ट की सुविधा मिलेगी। कंपनी का दावा है कि ग्राहक 800 से अधिक तरह के टेस्ट बुक कर सकते हैं और सैंपल कलेक्शन 60 मिनट के भीतर हो जाता है, जबकि कुछ रिपोर्टें मात्र 6 घंटे में डिजिटल फॉर्म में ऐप पर मौजूद हो जाती हैं।
अमेजन के कैटेगरी लीडर जयारामकृष्णन बालासुब्रमण्यम ने बताया कि डायग्नोस्टिक के जुड़ने से अब पूरा आउटपेशेंट लूप संपूर्ण हो गया है। मरीज अब डॉक्टर से काउंसलिंग लेकर उसी प्लेटफॉर्म पर टेस्ट बुक कर सकता है और फिर जरूरी दवाएँ भी वहीं से मँगवा सकता है। उनका कहना है कि ये सिर्फ सेवाओं का जोड़ नहीं है, बल्कि एक ऐसा डिजिटल इकोसिस्टम है, जो भारत जैसे बड़े और विविधता वाले देश के लिए काफी जरूरी है।
फार्मेसी की बात करें तो अमेजन देश भर में 25 से अधिक वेयरहाउस और लाइसेंस प्राप्त फार्मेसियों के माध्यम से दवाइयों की डिलीवरी करता है। कंपनी टियर 2 और टियर 3 शहरों से भी काफी ऑर्डर प्राप्त कर रही है। अमेजन प्राइम और नॉन-प्राइम ग्राहकों के लिए फ्री टेली-कंसल्टेशन और डिलीवरी बेनिफिट्स जैसे फायदे दिए जा रहे हैं। कुछ शहरों में सेम-डे-डिलिवरी की सुविधा भी दे रही है है। साथ ही, क्रॉनिक बीमारियों वाले मरीजों के लिए ऑटो रिफिल और सब्सक्रिप्शन प्लान भी मौजूद हैं, जिनमें 25% तक की छूट दी जाती है।
अमेजन क्लीनिक की बात करें तो इसकी शुरुआत के बाद से हजारों लोग इससे जुड़ चुके हैं। 299 रुपये से शुरू होने वाली कंसल्टेशन में जनरल फिजिशियन, त्वचा विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ आदि डॉक्टरों से बात की जा सकती है। औसतन एक कंसल्टेशन 13 मिनट में पूरा हो जाता है और हर कंसल्टेशन के साथ सात दिन की फ्री फॉलो-अप सुविधा भी मिलती है।
बालासुब्रमण्यम मानते हैं कि भारत का डिजिटल हेल्थ सेक्टर अभी भी बहुत हद तक बिखरा हुआ है। टाटा-1एमजी, फार्मईजी, और प्रैक्टो जैसे कई खिलाड़ी इसमें पहले से मौजूद हैं, लेकिन अब भी एक ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो हर सेवा को एक जगह ला सके। अमेजन का फोकस केवल स्पीड पर नहीं है, बल्कि वो एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने ये तो नहीं बताया कि इस पूरी हेल्थ सेवा श्रृंखला पर कितना निवेश किया गया है, लेकिन ये जरूर कहा कि अमेजन मेडिकल एक दीर्घकालिक सोच के साथ आया है और ये निवेश केवल कुछ सालों की रणनीति नहीं, बल्कि दशकों की योजना है।
साफ है कि अमेजन अब केवल ई-कॉमर्स कंपनी नहीं रही, बल्कि वो भारत के हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी एक बड़ा नाम बनने की तैयारी में है। आने वाले समय में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या अमेजन मेडिकल देश भर के करोड़ों लोगों की हेल्थकेयर जरूरतों को सस्ता और भरोसेमंद बना पाएगा या नहीं।
(शेयर मंथन, 24 जून 2025)
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