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रिलायंस (Reliance) की इस चाल में दिख रहा है दम

राजीव रंजन झा : कल शुरुआती कारोबार के दौरान दिख रही मजबूती के बीच मैंने सवाल रखा था कि क्या निफ्टी (Nifty) 5950-6000 के बीच दिख रही बाधा को पार कर सकेगा?

लेकिन साथ ही मैंने यह भी लिखा था कि अगर निफ्टी 5940-5950 के स्तरों को बचा कर चल सका तो कम-से-कम बजट तक बाजार में कुछ और मजबूती आने की उम्मीद रखी जा सकती है। कल निफ्टी का बंद स्तर 5943 रहा। लिहाजा आज फिर इसी बात पर नजर रहेगी कि यह 5940-5950 के स्तरों पर सहारा लेकर और ऊपर बढ़ पाता है या नहीं। 

कल शुरुआती कारोबार में निफ्टी ने 20 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज पर ही बाधा ली। आज 20 एसएमए 5969 पर है। साथ ही कल यह 50 एसएमए के ऊपर जाने के बाद इसके नीचे लौट आया। आज 50 एसएमए का स्तर 5962 है। अगर निफ्टी को ऊपर बढ़ना है तो इसे पहले 5940-5950 के स्तरों को सुरक्षित रखना होगा और इसके बाद 5960-5970 के दायरे को पार करना होगा।
गौरतलब है कि कल निफ्टी का ऊपरी स्तर 5971 रहा। इसलिए अगर निफ्टी 5970 से ऊपर बढ़ पाया तो एक बार फिर से ऊपरी शिखर बनता दिखेगा, जो इसके लिए सकारात्मक होगा। लेकिन साथ ही निफ्टी के चार्ट पर छोटी अवधि और लंबी अवधि दोनों लिहाज से 5980 के महत्व की चर्चा मैंने कल ही की थी। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रख कर मेरे मन में यह सवाल था कि क्या निफ्टी 5950-6000 के दायरे में मौजूद बाधाओं को पार कर सकेगा। देखें आज इस बात का जवाब मिल पाता है या नहीं।
कल रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की चाल ने भी लोगों का ध्यान खींचा है। हालाँकि यह बात कुछ खटकती है कि रिलायंस में 3% से ज्यादा मजबूती वाले दिन सेंसेक्स और निफ्टी एकदम सपाट रह गये। जाहिर है कि अगर रिलायंस कल सपाट भी रहा होता तो सेंसेक्स और निफ्टी लाल होते। खैर, अगर रिलायंस की अपनी इस चाल की बात करें तो इसने साफ तौर पर एक नयी तेज चाल बनने का संकेत दिया है। अगर यह 13 फरवरी 2013 के ऊपरी स्तर 888 को पार कर सका तो इस नयी चाल के और ऊपर बढ़ पाने की उम्मीद जगेगी।
कल रिलायंस ने एक साथ 10 एसएमए (863 रुपये) और 50 एसएमए (863 रुपये) दोनों को पार कर लिया। कल इसे 20 एसएमए के स्तर 878 पर बाधा मिली और इसका दिन का ऊपरी स्तर 879 रहा। लेकिन इसका बंद स्तर 875 इससे ज्यादा नीचे नहीं रहा। ऐसे में अगर आज रिलायंस में मजबूती कायम रह सकी तो 20 एसएमए भी पार होने की उम्मीद रहेगी।
साथ ही अगर हाल में 21 जनवरी को बने शिखर 955 रुपये से लेकर 834 रुपये की ताजा तलहटी तक की गिरावट की वापसी देखें तो कल इसने 23.6% वापसी के स्तर 863 को बखूबी पार कर लिया और लगे हाथ इसने 38.2% वापसी के स्तर 880 को भी छू लिया। ऐसे में अगर यह 880-888 के दायरे को ठीक से पार कर ले तो छोटी अवधि में 910 रुपये और 930 रुपये के लक्ष्यों तक जाना मुश्किल नहीं होगा। अगर कुछ और लंबे समय की सोचें तो आगे चल कर यह 970 रुपये तक भी जाने की संभावना रखता है। शायद वहाँ इसे पलटना पड़े और कुछ वापसी करने के बाद यह अगली उछाल में 1000 के स्तर को पार करे।
ध्यान रखें कि साल 2010 की दूसरी छमाही से अब तक रिलायंस एक कटोरीनुमा आकृति बना रहा है। कटोरी जैसी यह संरचना अपने आखिरी चरण में रिलायंस को काफी तेज उछाल दे सकती है और इसे 1125-1150 के स्तरों तक ले जा सकती है। अगले साल डेढ़ साल का समय रिलायंस के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 21 फरवरी 2013)

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