
उद्योग संगठन एसोचैम (ASSOCHAM) का मानना है कि वित्तीय संकट से जुझ रही एयर इंडिया (Air India) तथा किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) में कोई अंतर नहीं है।
एसोचैम के महासचिव डी एस रावत (D S Rawat) का कहना है कि दोनों कंपनियाँ ही माँग में कमी, ईंधन की बढ़ती लागत और अन्य खर्च के बढ़ने की समस्या से पीड़ित हैं। उनका कहना है कि "सरकार ने एयर इंडिया को मदद देने का फैसला किया और एयर इंडिया के 7400 करोड़ रुपये के बांड निर्गम को एलआईसी तथा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने खरीद लिया। अगर एयर इंडिया को राहत पैकेज दिया जा सकता है, तो इसकी कोई वजह नहीं है कि बैंक तथा सरकारी संगठन किंगफिशर से अलग तरह से व्यवहार करें।"
गौरतलब है कि बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस के प्रवर्तकों को नयी पूँजी लगाने तथा विस्तृत पुनरोद्धार योजना पेश करने के लिए 30 नवंबर 2012 तक का समय दिया है। (शेयर मंथन, 27 नवंबर 2012)