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टीसीएस: कम है, पर दम है

राजीव रंजन झा

कई बार कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजों को देख कर आप सिर खुजाते रहते हैं कि ऊपर-ऊपर से आमदनी-मुनाफे के आँकड़े तो बड़े अच्छे लग रहे हैं, लेकिन अंदर से कामकाजी स्तर पर वह मजबूती नजर नहीं आ रही। सत्यम कांड के बाद ऐसे आँकड़ों को देखने के लिए बाजार कौन-सा चश्मा पहनेगा, यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। लेकिन कल देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने जो नतीजे सामने रखे हैं, उसमें मुझे कुछ उल्टा ही मामला दिख रहा है। यहाँ ऊपर-ऊपर आमदनी और मुनाफे के आँकड़े तो बड़े फीके लग रहे हैं, लेकिन कामकाजी स्तर पर कंपनी बेहद मजबूत नजर आ रही है।

तीसरी तिमाही में कंपनी की आमदनी तिमाही-दर-तिमाही 4.65% बढ़ कर 7,277 करोड़ रुपये रही है, जबकि मुनाफा 7.17% बढ़ कर 1,352 करोड़ रुपये का रहा है। ये दोनों ही बाजार के अनुमानों से थोड़ा-थोड़ा कम हैं। इसलिए बाजार में इन नतीजों के चलते कोई उत्साह जगने की संभावना नहीं लग रही। कल बाजार की चाल के साथ पूरे आईटी क्षेत्र और टीसीएस में भी काफी कामजोरी थी, और कंपनी के ये नतीजे बाजार बंद होने के बाद के हैं। इस वजह से थोड़ी-सी राहत मिल जाये तो बात अलग है।
लेकिन कामकाजी स्तर पर देखें तो कई बातें सकारात्मक ढंग से चौंकाती हैं। इन्फोसिस जैसी सबसे मुनाफेदार कंपनी को भी बीती तिमाही में अपनी बिलिंग दरों में 1.8% की कमी झेलनी पड़ी, लेकिन टीसीएस की बिलिंग दरें लगभग स्थिर रही हैं। कंपनी ने आगे बिलिंग दरें घटने की संभावना से इन्कार नहीं किया है, लेकिन तीसरी तिमाही में इनका स्थिर रहना एक अच्छा संकेत जरूर है। कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन में भी तिमाही-दर-तिमाही थोड़ा सुधार दिखा है।
साथ ही, कंपनी ने इस माहौल में भी 41 नये ग्राहक बनाये हैं। गौर करने वाली एक खास बात यह भी है कि बीते 3 महीनों में कंपनी ने कर्मचारियों की संख्या में शुद्ध रूप से 8,692 का इजाफा किया है। प्रशिक्षुओं (ट्रेनी) को छोड़ दें, तो कर्मचारियों का इस्तेमाल भी 79.9% पर है। हाल में इस बात की काफी चर्चा रही है कि परियोजनाओं की कमी के चलते बड़ी कंपनियों में भी काफी कर्मचारी बेंच पर, यानी बिना काम के बैठे हैं। लेकिन टीसीएस के आँकड़े कुछ और ही कहानी बता रहे हैं। कंपनी भविष्य के अनुमानों को लेकर कोई आँकड़ा नहीं देती, लेकिन भविष्य को लेकर चिंता में डूबी कोई कंपनी इस बड़ी संख्या में नयी भर्तियाँ नहीं कर सकती। शायद निवेशकों के लिए भविष्य का संकेत इसी में है।

 

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