कैबिनेट ने फार्मा क्षेत्र में विदेशी निवेश सीमा घटाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
कैबिनेट ने पुरानी घरेलू फार्मा कंपनियों में विदेशी निवेश सीमा (FDI) 100% से घटा कर 49% किये जाने के प्रस्ताव को नामंजूर किया है। इस फैसले के बाद विदेशी दवा कंपनियाँ भारतीय कंपनियों में निवेश बरकरार रखेंगी।
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रीयल पॉलिसी ऐंड प्रमोशन (डीआईपीपी) ने ब्राउनफील्ड फार्मा में एफडीआई की निवेश सीमा 100% से घटा कर 49% करने का प्रस्ताव रखा था।
गौरतलब है कि सरकार ने 2002 में ऑटोमैटिक रूट के जरिये फार्मा क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश को मंजूरी दी थी। (शेयर मंथन, 30 नवंबर 2013)