अप्रैल 2014 में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महँगाई (Inflation) दर 5.2% दर्ज की गयी।
मार्च 2014 में 5.7% की तुलना में इसमें मामूली गिरावट आयी है। उद्योग संगठन फिक्की (FICCI) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला (Sidharth Birla) के मुताबिक खाद्यान्न, ईंधन और बिजली की कीमतों में सुधार से महँगाई दर में कमी आयी है।
हालाँकि हाल ही में डीजल के दाम में बढ़ोतरी, मानसून के अनिश्चित संकेतों और कीमतों में उतार-चढ़ाव पर आगामी समय में नजर रखनी पड़ेगी। फिक्की के मुताबिक नयी सरकार के लिए महँगाई सबसे बड़ी चुनौती होगी। उद्योग संगठन इस स्थिति से निपटने के लिए व्यापक कार्य योजना के प्रति आश्वस्त है। (शेयर मंथन, 15 मई 2014)