पर्यटन उद्योग को माना जाये निर्यात उद्योग के समकक्ष

कॉक्स ऐंड किंग्स के सीएफओ अनिल खंडेलवाल ने आम बजट से पूर्व कहा है कि पर्यटन उद्योग को इसकी विदेशी मुद्रा आय के आधार पर निर्यातकों के समकक्ष माना जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि निर्यातकों की तुलना में पर्यटन उद्योग से भेदभाव किया जाता है। किसी भी निर्यातोन्मुख उद्योग के मुकाबले पर्यटन उद्योग की विदेशी मुद्रा आय उसे बरकरार रखने की क्षमता अधिक है लेकिन वस्तु निर्यातकों को मिलने वाले लाभ पर्यटन उद्योग को नहीं मिलते।
निर्यातकों की तरह विदेशी मुद्रा आय के आधार पर पर्यटन उद्योग को भी पैकेज टूर पर सेवा कर छूट मिलनी चाहिए। फिलहाल सेवा कर लागू होने से भारतीय पैकेज टूर ऑपरेटरों को प्रतिस्पर्धी कीमत का नुकसान उठाना पड़ता है और भारत के अवकाश पैकेज चीन, थाईलैंड, मलयेशिया, श्रीलंका, सिंगापुर, हांगकांग जैसे प्रतिस्पर्धी देशों की पैकेज कीमतों से मुकाबला नहीं कर सकते। (शेयर मंथन, 26 फरवरी, 2016)